राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे शिमला
रामनाथ कोविंद रविवार को राजधानी शिमला की ठंडी वादियों में पहुंचे। दोपहर 12:30 बजे उनका हेलीकॉप्टर कल्याणी हेलीपैड पर उतरा
(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ) : रामनाथ कोविंद रविवार को राजधानी शिमला की ठंडी वादियों में पहुंचे। दोपहर 12:30 बजे उनका हेलीकॉप्टर कल्याणी हेलीपैड पर उतरा। उनके साथ पत्नी एवं प्रथम महिला सविता कोविंद, बेटी स्वाति, दामाद और परिवार के छह सदस्य पहुंचे।यहां से वे सीधे छराबड़ा स्थित राष्ट्रपति निवास ‘रिट्रीट’ पहुंचे। यह वही ‘रिट्रीट’ है जहां एक साल पहले उन्हें अंदर जाने से भी रोक दिया था और ऐतिहासिक धरोहर को बिना देखे ही लौट आए थे।उस समय कोविंद बिहार के राज्यपाल और हिमाचल राजभवन के अतिथि थे। भीतर जाने की मंजूरी न होने के चलते रिट्रीट के गेट पर खड़े सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया था। आज बतौर राष्ट्रपति उनका रिट्रीट पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। राष्ट्रपति और उनका परिवार 25 मई तक यहीं रुकेगा।इससे पहले कल्याणी हेलीपैड पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राष्ट्रपति कोविंद का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। राष्ट्रपति को भारतीय सेना के दल ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस अवसर पर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री तथा राष्ट्रपति के दौरे के लिए मिनिस्टर इन वेटिंग नियुक्त महेंद्र सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे।रविवार शाम को राष्ट्रपति और उनका परिवार राजभवन में प्रीति भोज के लिए पहुंचा। यहां कई तरह के हिमाचली और लजीज व्यंजन परोसे गए। डिनर के बाद राष्ट्रपति फिर रिट्रीट लौट गए।
सोमवार को राष्ट्रपति सोलन के बागवानी एवं उद्यानिकी विवि नौणी के दीक्षांत समारोह में शिरकत करेंगे और विद्यार्थियों को डिग्रियांबांटेंगे। समारोह में उन्हें डॉक्टरेट ऑफ साइंस की उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। एक घंटे के कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति फिर शिमला लौट आएंगे।राजधानी शिमला के छराबड़ा से रिज मैदान तक रविवार को पुलिस की किलेबंदी रही। राष्ट्रपति के शिमला दौरे के दौरान 100-100 मीटर की दूरी पर पुलिस तैनात रही। सड़कों पर किसी भी गाड़ी को खड़ा नहीं होने दिया गया। सड़कों पर गाड़ियों को चलायमान रखने के लिए पुलिसकर्मी सीटियां बजाते रहे।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शिमला आने से पहले ही पुलिस सड़कों पर काफी सक्रिय दिखी। सड़कों के किनारों से सभी खड़ी गाड़ियों को हटवा दिया गया। शिमला से छराबड़ा तक के करीब 18-20 किलोमीटर के दायरे में पुलिस बिछ गई।राजधानी का यह क्षेत्र छावनी में बदल दिया गया। राजभवन से लेकर संजौली-ढली और छराबड़ा तक पुलिस की खासी तैनाती रही। इनकी तमाम आती-जाती गाड़ियों पर पैनी निगाहें थीं। सड़कों पर सरकार, पुलिस और प्रशासन की गाड़ियां भी भागती रहीं। शिमला के रिज मैदान से घोड़े वाले या गुब्बारे वाले सब हटा दिए गए। इसी तरह छराबड़ा से नीचे पर्यटकों के चहल-पहल का केंद्र रहने वाली हसन वैली से सामने वाली सड़क भी खाली करवा दी गई। यहां फ ास्ट फूड वालों के अस्थायी तंबू नहीं लगे। न ही यहां पर फोटोग्राफ र फोटो खींच पाए।यहां पर पुलिस वाले ही तैनात रहे। इस सड़क से सामने हसन वैली नजर आती है। यहां शिमला का सबसे घना जंगल है। जयपुर से आई तीन वर्षीय ट्विंकल रिज मैदान पर घुड़सवारी नहीं कर पाने से मायूस हो गई। इससे कई सैलानियों को परेशानी भी हुई। हालांकि, यहां की यातायात व्यवस्था दुरुस्त रही।ट्रैफिक जाम न लगने से पर्यटक खुश भी थे। राष्ट्रपति के कल्याणी हेलीपैड पर उतरने से पहले आसमान में सेना के हेलीकाप्टर घूमते रहे। ये आकाश से ही छराबड़ा पहाड़ी की सुरक्षा व्यवस्था का मुआयना करते रहे। साढे़ 11-12 बजे के बाद ये रेकी राष्ट्रपति को लाने वाले हेलीकाप्टर के यहां लैंड करने तक चलती रही।