असम : फेसबुक पर चलती झूठी पोस्ट के कारण भीड़ ने कर दी दो बेकसूर युवकों की ‘हत्या’

भीड़ में से एक व्यक्ति ने युवक की गर्लफ्रेंड से कहा 'हमने मारा, पेपर में पढ़ लेना'

(एन एल एन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ): असम में शुक्रवार को भीड़ ने बच्चा चोर समझकर निलोत्पल दास और अभिजीत नाथ की पीट-पीटकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है दोनों असम के कारबी आंगलांग जिले में घूमने गए थे। लेकिन दोनों को स्थानीय ग्रामीणों की भीड़ ने अपहरणकर्ता समझकर घेर लिया और बांस के डंडे और धारदार हथियारों से पीट-पीटकर जान ले ली। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों युवक भीड़ से छोड़ देने की गुहार भी लगाते रहे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी।  अभिजीत की बहन नम्रता का कहना है कि अभिजीत शांत स्वभाव का था, हमें यकीन नहीं हो रहा है कि उसकी हत्या कर दी। नम्रता ने आगे बताया कि अभिजीत की गर्लफ्रेंड ने करीब 8 बजे उसे कॉल किया तो भीड़ में से किसी ने उसका फ़ोन उठाया और कहा कि हमने उसे मार डाला, अब तुम अखबारों में देख लेना। अभिजीत की हत्या और इसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसके दोस्त भी हैरान हैं कि कैसे उसे बच्चों का अपहरणकर्ता कैसे समझ लिया और मार डाला। नम्रता ने कहा कि भीड़ ने अभिजीत का चेहरा मार-मार कर पूरी तरह बिगाड़ दिया। उसके चेहरे पर इतने घाव हैं कि उसे पहचान पाना मुश्किल है। हम सब इस घटना से स्तब्ध हैं। वो जल्द ही शादी भी करने वाला था। घर में सबसे लाड़ला था। इसलिए सभी तैयारी की गई थी, लेकिन लोगों ने उसे मार डाला। दरअसल, दोनों युवकों की हत्या सोशल मीडिया पर फैले एक वायरल मैसेज के कारण हुई। फेसबुक पर एक पोस्ट चल रही थी जिसमें लिखा था कि काली गाड़ी में अपहरणकर्ता इलाके से बच्चों को लेकर जा रहे हैं। अभिजीत और नीलोत्पल स्कॉर्पियो कार से यहां घूमने आए थे। इससे पहले उन्होंने कारबी आंगलांग के रास्ते पर कुछ लोगों से एक स्थान का पता भी पूछा। इसी दौरान कुछ लोगों को शक हुआ कि कार सवार दोनों युवक बच्चा चोर गिरोह के सदस्य हैं, जिसके बाद इन लोगों ने आसपास के इलाके के तमाम लोगों को भी नीलोत्पल की कार की जानकारी दे दी। इस पूरे घटनाक्रम के कुछ घंटों बाद घर लौट रहे नीलोत्पल को कुछ ग्रामीणों ने एक स्थान पर रोक लिया। इसके बाद गांववालों ने नीलोत्पल और अभिजीत को कार से निकाल कर इनकी पिटाई शुरू कर दी।

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