कराची में ISI की सुरक्षा में जवाहिरी, अमेरिका पर बड़े हमले की फिराक में

वाशिंगटन: दुनिया का मोस्ट वांटेड आतंकी और अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी भी पाकिस्तान में छिपा है। वह कराची में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ की सुरक्षा में आराम से रह रहा है। अमेरिकी समाचार पत्रिका न्यूजवीक ने अपनी रिपोर्ट में विभिन्न आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है। जवाहिरी से पहले अलकायदा का सरगना रहे ओसामा बिन लादेन को अमेरिका ने पाकिस्तान में मार गिराया था।

मिस्त्र में जन्मा जवाहिरी एक प्रशिक्षित सर्जन है। 2001 में जब अमेरिका ने अफगानिस्तान से अलकायदा को भागने पर मजबूर कर दिया था, तभी से आइएसआइ जवाहिरी की हिफाजत कर रही है। जवाहिरी को ओसामा बिन लादेन का उस्ताद माना जाता है। ओसामा के बाद उसी ने अलकायदा की कमान संभाली। पिछले कई साल में पहली बार जवाहिरी के ठिकाने को लेकर कोई रिपोर्ट सामने आई है। सीआइए में 30 साल बिताने वाले और पिछले चार अमेरिकी राष्ट्रपतियों के दक्षिण एशिया व मध्य पूर्व मामलों के सलाहकार रहे ब्रूस रिडल ने कहा कि जवाहिरी के ठिकाने को लेकर स्पष्ट प्रमाण नहीं हैं।

हालांकि, ओसामा को मारने के बाद एबटाबाद में मिले दस्तावेजों के साथ कई संकेत उसके कराची में छिपे होने की ओर इशारा करते हैं। रिडल ने कहा कि छिपने के लिहाज से कराची जवाहिरी के लिए सर्वश्रेष्ठ जगह है। यहां वह इस भय से मुक्त रह सकता है कि अमेरिका आकर उसे पकड़ लेगा। दो मई 2011 को जैसे एबटाबाद में कमांडो कार्रवाई कर अमेरिका ने ओसामा को मारा था, कराची में ऐसा करना बेहद मुश्किल है।

रिपोर्ट ने पाकिस्तानी सूत्र के हवाले से बताया कि जनवरी 2016 में अमेरिका ने जवाहिरी को मारने के लिए ड्रोन हमला किया था, मगर वह किस्मत से बच निकला। हमले से 10 मिनट पहले ही जवाहिरी दूसरे कमरे में चला गया था। कमरे की दीवार गिर गई और उसका कुछ मलबा जवाहिरी पर भी गिरा। ड्रोन हमले में उसके पांच सुरक्षाकर्मी मारे गए। पत्रिका के मुताबिक, जवाहिरी कई बार ड्रोन हमलों में बाल-बाल बचा है।

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