(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद के कारण शनिवार को अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई। इसके बाद तीर्थयात्रियों को जम्मू से कश्मीर घाटी की ओर जाने की अनुमति नहीं दी गई। पुलिस सूत्र ने बताया, ‘अलगाववादियों द्वारा बंद का ऐलान करने के बाद कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए जम्मू से श्रीनगर जाने वाले तीर्थयात्रियों की आवाजाही शनिवार को स्थगित रहेगी।’ 1931 में डोगरा महाराजा की सेना द्वारा श्रीनगर सेंट्रल जेल के बाहर गोलीबारी में मारे गए लोगों की याद में जम्मू-कश्मीर में 13 जुलाई को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। वहीं, राज्य सरकार इस दिन को 1947 में आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान के तौर पर मनाती है। 1 जुलाई से शुरू हुई अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा में 1.50 लाख से अधिक तीर्थयात्री अब तक बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं। इस वर्ष 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन अमरनाथ यात्रा समाप्त होगी। 46 दिनों तक चलने वाली यात्रा जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले में 36 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से होकर गुजरती है। अलगाववादियों के बंद के आवाह्न को देखते हुए अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। घाटी में अमरनाथ यात्रा के रास्ते पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। भारतीय सेना लगातार चप्पे-चप्पे पर नजर जमाए हुए हैं। कई इलाकों में ड्रोन से नजर रखी जा रही है। अलगाववादियों के बंद को देखते हुए सुरक्षाबलों को अलग-अलग गाड़ियां न ले जाने की भी हिदायत दी गई है। इसी के साथ सुरक्षाबलों को कश्मीर के आतंरिक इलाकों में भी न जाने की सालाह दी गई है। अलगाववादियों के बंद के कारण सभी दुकानें बंद है और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।