जूही चावला ने सीएए-एनआरसी पर सरकार का किया समर्थन।

जूही ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हम पहले रुक कर समझ लें कि बात क्या है, क्यों है, किस लिए बनाई गई है और क्या हो रहा है।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) :  सीएए-एनआरसी पर सरकार के फैसले का जूही चावला ने समर्थन किया है। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर अभिनेत्री जूही चावला ने बुधवार को कहा कि सरकार की लगातार आलोचना करने के बजाए, किसी को अपने आचरण पर विचार करना चाहिए और विभाजन के बजाए एकजुट होने की बात करनी चाहिए। आपको बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हुई हिंसा के बाद जेएनयू जाने के लिए बॉलीवुड स्टार दीपिका पादुकोण को सोशल मीडिया में ‘बायकॉट’ का भी सामना करना पड़ा, लेकिन बॉलीवुड हस्तियों समेत कई लोगों ने उनकी काफी प्रशंसा भी की। जूही ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि हम पहले रुक कर समझ लें कि बात क्या है, क्यों है, किस लिए बनाई गई है और क्या हो रहा है। हम पहले समझे और फिर मुंह खोलें। कोई भी चीज तोड़ने में बहुत वक्त नहीं लगता है। उठकर बस को तोड़ दिया और घुस किसी का सिर फोड़ दिया लेकिन कुछ जोड़ने बहुत वक्त लगता है। उन्होंने कहा कि हम काम करने जा रहे हैं, यह सोचकर कि अपने काम को कैसे अंजाम दिया जाए, तब कहीं कोई घटना घटती है और अचानक मीडिया हमसे पूछती है, आप इस बारे में क्या सोचते हैं? हम इस मामले को नहीं समझ पाते हैं, लोगों को बात समझ में नहीं आई है लेकिन आपको एक प्रतिक्रिया की आवश्यकता है। जूही ने पत्रकारों से कहा कि लोग इसे समझते हैं, चाहे वह एनआरसी हो या सीएए, क्यों इस बारे में बात की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह दुख की बात है कि लोग एकता से ज्यादा विभाजन की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि हर कोई फूट डालने की बात करता है। हम एकजुट होने की बात क्यों नहीं करते? हर कोई क्यों कहता है सरकार क्या कर रही है, वह ऐसा क्यों कर रही है? लेकिन मैं कहती हूं कि अगर आप एक उंगली उठाते हैं तो तीन उंगलियां आप पर होती हैं। हम क्या कर रहे हैं? चलो शांत हो जाओ, स्थिति को समझो। आपको बता दें कि जेएनयू हिंसा मामले में दीपिका के कैंपस में पीड़ित छात्रों से मुलाकात के बाद से ट्विटर पर हैशटैग ‘बॉयकॉट छपाक’ के जवाब में हैशटैग ‘आई सपोर्ट दीपिका’ और ‘छपाक देखो तपाक से’ ट्रेंड करने लगा। दरअसल, दीपिका हमले का शिकार हुए छात्रों के साथ एकजुटता प्रकट करने के लिये मंगलवार शाम अचानक जेएनयू पहुंच गई थी जहां एक सभा में उनके छात्रसंघ अध्यक्ष आईशी घोष के साथ खामोश खड़े रहने को फिल्म जगत और उससे बाहर लोगों की प्रशंसा मिली। वहीं दूसरी और एक वर्ग ने शुक्रवार को रिलीज हो रही उनकी फिल्म छपाक के बहिष्कार का आह्वान किया।

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