भारत-अमरीका के साझा बयान से पाकिस्तान में बौखलाहट।

भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के बीच नई दिल्ली में हुई मुलाकात में साझा बयान में कहा गया था कि पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकवादी संगठनों की सक्रियता को रोकने के लिए इस्लामाबाद का इस अहम मुद्दे से निपटना जरूरी है,ताकि कोई पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल दूसरे देशों में आतंकवादी हमले करने के लिए न हो।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) :  वाशिंगटन। हाल में संपन्न भारत-अमरीका के विदेश और रक्षा मंत्रियों की बैठक में दोनो देशों के साझा बयान में आतंकवाद को लेकर इस्लामाबाद के जिक्र पर पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि किसी द्विपक्षीय वार्ता के औपचारिक दस्तावेज में तीसरे देश का जिक्र करना गलत है। इसके साथ आरोप लगाना राजनयिक मानदंडों के खिलाफ है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने एक प्रेस वार्ता में भारत और अमेरिका के साझा बयान में लगाए गए आरोपों को निराधार करार दिया है कि इस मामले में पाकिस्तान के रुख से अमरीका को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी तीसरे देश पर गैरजिम्मेदाराना आरोप का जिक्र राजनयिक मानदंडों के खिलाफ है। मोहम्मद फैजल ने कहा कि मुंबई हमलों का ट्रायल अभी पाकिस्तान के आतंक विरोधी न्यायालय में चल रहा है और कानून अपना काम करेगा। गौरतलब है कि भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ अमरीकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के बीच नई दिल्ली में हुई मुलाकात में साझा बयान में कहा गया था कि पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकवादी संगठनों की सक्रियता को रोकने के लिए इस्लामाबाद का इस अहम मुद्दे से निपटना जरूरी है,ताकि कोई पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल दूसरे देशों में आतंकवादी हमले करने के लिए न हो। साथ ही 26/11 मुंबई हमले की 10वीं वर्षगांठ से पहले हमले का जिक्र करते हुए अमरीका की तरफ से यह भी कहा गया था कि पाकिस्तान को मुंबई हमलों के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाने के साथ पठानकोट और उरी हमलों पर भी कार्रवाई की आवश्यकता है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा कि इस्लामाबाद भारत के सभी विवादित मुद्दों का हल निकालने के लिए बातचीत को तैयार है। इसके लिए दोनों देशों में बातचीत जारी है।

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