भारत में आया कोरोना वायरस, हुई एक मामले की पुष्टि।

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) :  दक्षिणीभारत में कोरोना वायरस का मामला आया है  घातक कोरोना वायरस से चीन में कम से कम 170 लोगों की मौत हो जाने के बीच बृहस्पतिवार को भारत में इसके पहले मामले की पुष्टि हुयी और केरल के त्रिशूर जिले में संक्रमित मरीज को ‘पृथक’ वार्ड में रखा गया है। इस बीच सरकार चीन के वुहान शहर से भारतीयों को शुक्रवार को बाहर निकालेगी। वुहान कोरोना वायरस का केंद्र है जो अब तक 17 देशों में फैल चुका है। चीन में 7700 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। भारत में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के तुरंत बाद, नयी दिल्ली में चीनी दूतावास ने एक बयान जारी किया और महामारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए भारत को सहयोग करने का आश्वासन दिया। पुणे में आईसीएमआर-एनआईवी की निदेशक प्रिया अब्राहम ने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में अभी तक 49 नमूनों की जांच हुई है जिनमें से एक पॉजिटिव पाया गया है। अब्राहम ने कहा,‘‘जो नमूना पॉजिटिव पाया गया है वह केरल की एक छात्रा का है जो वुहान में पढ़ाई कर रही है। अब उसके नमूने की अगली जांच जिसे ‘नेक्स्ट जेन सीक्वेंसिंग टेस्ट’ कहते हैं,की जाएगी और जांच के संबंध में कल शाम तक बताया जाएगा। तिरुवनंतपुरम में, राज्य की स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने संवाददाताओं को बताया कि मरीज की हालत स्थिर है। इस बीच भारत ने घातक वायरस का पता लगाने और उसे नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसकी शुरूआत हुबई प्रांत के वुहान में समुद्री भोजन और जंगली पशुओं के बाजार से हुयी है। कैबिनेट सचिव ने गुरुवार को संबंधित मंत्रालयों के साथ देश की तैयारियों की समीक्षा की। इन मंत्रालयों में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, विदेश, रक्षा, गृह, नागरिक उड्डयन, सूचना और प्रसारण, श्रम और रोजगार शामिल हैं। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्होंने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की।इन बैठकों के दौरान, यह फैसला किया गया कि 15 जनवरी के बाद चीन से आए सभी लोगों की जांच की जाए और साथ ही प्रयोगशाला की सुविधाओं को भी बढ़ाया जाएगा। गुरुवार से छह और प्रयोगशालाएं शुरू हो जाएंगी जिनमें से एक दिल्ली के एम्स में हैं। विज्ञप्ति के अनुसार छह और प्रयोगशालाएं शुक्रवार तक काम करना शुरू कर देंगी। बीजिंग में भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘हमलोग कल शाम में वुहान से लोगों को विमान से लाने की तैयारी में हैं।’’ इसके अनुसार पहले विमान में उन भारतीयों को बैठाया जाएगा जो वुहान एवं इसके आस पास रह रहे हें और जो वहां से निकलने के इच्छुक हैं। दूतावास ने कहा, ‘‘इसके बाद एक और विमान भेजा जाएगा जिससे हुबेई प्रांत के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों को लाया जाएगा।’’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमने चीनी सरकार से हुबेई प्रांत से भारतीय नागरिकों को दो उड़ानों में वापस लाने के लिए औपचारिक अनुरोध किया है। हम चीनी पक्ष से आवश्यक मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही मंजूरी मिल जाएगी। चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि मिशन इस मुद्दे पर भारत के साथ लगातार संपर्क में है और वायरस के प्रसार पर काबू के लिए चीन के प्रयासों से नियमित रूप से अवगत करा रहा है। भारत ने पहले ही उन हवाई अड्डों की संख्या सात से बढ़ाकर 21 कर दी है जहां यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। परामर्श जारी कर लोगों को चीन की यात्रा से बचने की सलाह भी दी गयी है। केंद्र ने नेपाल में वायरस के एक मामले की पुष्टि होने के मद्देनजर उसकी सीमा से लगे क्षेत्रों में भी सतर्कता बढ़ा दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है कि वायरस के प्रसार के नियंत्रण और प्रबंधन के लिए राज्यों की तैयारियों की समीक्षा की जा सके। मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, केरल में 800 से ज्यादा लोगों सहित सैकड़ों लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और डॉक्टरों द्वारा उनकी निगरानी की जा रही है। दिल्ली के राममनोहर लोहिया अस्पताल के एक पृथक वार्ड में तीन लोगों को निगरानी में रखा गया था और उनकी जांच नकारात्मक रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से कोरोना वायरस से संबंधित सवालों के लिए 24 घंटे कार्यरत हेल्पलाइन नम्बर 011-23978046 का इस्तेमाल करने की अपील की है।

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