मनी लांड्रिंग केस : लालू की बेटी मीसा भारती और दामाद के तीन ठिकानों पर ED का छापा

नई दिल्ली: लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सीबीआई और ईडी का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. उनके घर और ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी के महज 24 घंटों के भीतर बेटी मीसा भारती के तीन ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED)ने छापा मारा है. इसके तहत दिल्‍ली के सैनिक फार्म इलाके में स्थित फार्म हाउस, बिजवासन और घिटोरनी में उनके ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा है. मनी लांड्रिंग केस में यह छापेमारी की गई है. उनके सैनिक फार्म हाउस की कीमत 50 करोड़ मानी जाती है और यह 2.8 एकड़ में फैला हुआ है.

बेनामी संपत्ति के मामले में भी घिरी बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार 21 जून को आयकर विभाग के सामने पेश हुए थे. दोनों से करीब छह तक पूछताछ हुई. उससे पहले 20 जून को एक बड़ी कार्रवाई में आयकर विभाग ने दिल्ली से पटना तक लालू प्रसाद यादव के परिवार की कई बेनामी संपत्तियां ज़ब्त कीं, जिनमें लालू की पत्नी राबड़ी देवी, उनके पुत्र तेजस्वी यादव, पुत्री मीसा भारती, दामाद शैलेश कुमार और लालू की अन्य दो बेटियों रागिनी और चंदा यादव की बेनामी संपत्तियां शामिल हैं.

इससे पहले सीबीआई की टीम ने शुक्रवार सुबह पटना में लालू यादव के घर छापेमारी की. पटना के अलावा दिल्ली, रांची, पुरी, गुड़गांव समेत लालू के 12 ठिकानों पर तलाशी ली गई. बतौर रेल मंत्री टेंडर में हेराफेरी के आरोप में सीबीआई ने उनके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है. आरोप है कि 2006 में उन्होंने रेल मंत्री रहते हुए बीएनआर ग्रुप के होटलों के रखरखाव का ज़िम्मा एक प्राइवेट फ़र्म को दे दिया और बदले में ज़मीन ली. इस मामले में तत्कालीन आईआरसीटीसी के पूर्व एमडी और प्राइवेट कंपनी के दो डायरेक्टर्स के घर भी सीबीआई की तलाशी ली गई. इस मामले में सीबीआई के प्रवक्‍ता ने बताया कि लालू यादव, राबड़ी यादव, तेजस्‍वी यादव और सरला यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. सीबीआई ने तेजस्‍वी यादव और राबड़ी देवी से पूछताछ भी की.

इस कार्रवाई से भड़के लालू प्रसाद यादव ने कहा कि ये बीजेपी की साजिश है. हमने कुछ भी गलत नहीं किया, नियम के तहत ही ठेके दिए गए. आईआरसीटीसी होटलों के ठेके में कोई गड़बड़ी नहीं है. उन्‍होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार को हराकर दम लेंगे.

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