लखनऊ में 2 दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट में करीब 5,000 उद्योगपतियों का जमावड़ा

2014 के बाद अखिलेश ने 2015 में यूपी इन्वेस्टर्स कॉनक्लेव का आयोजन मुंबई में कराया। 10 सितंबर, 2015 को आयोजित इस कॉनक्लेव में यूपी सरकार के साथ 33,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया।

(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ) : उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सत्ता में आने के एक साल के अंदर सरकार ने इन्वेस्टर्स समिट का भव्य आयोजन किया। ऐसा नहीं है कि देश के पिछड़े राज्यों में शुमार प्रदेश में पहली बार ऐसी किसी तरह की इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। योगी से पहले अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी सरकार ने भी उद्यमियों को अपने राज्य में निवेश करने के लिए इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन कराया था।
योगी राज में लखनऊ में 2 दिवसीय इन्वेस्टर्स समिट में करीब 5,000 उद्योगपतियों का जमावड़ा लग रहा है, और माना जा रहा है कि इस समिट में राज्य सरकार को 3 लाख करोड़ रुपये का निवेश मिल सकता है। समिट में भाग लेने वालों में मुकेश अंबानी, गौतम अडानी, कुमार मंगलम बिड़ला, आनंद महिंद्रा, पकंज पटेल, शौभना कामिनेनी और नटराजन जैसे दिग्गज बिजनेसमैन शामिल हैं।
साथ ही इस सम्मेलन में जापान, नीदरलैंड, मॉरीशस समेत सात देश पार्टनर के रूप में हिस्सा ले रहे हैं कहा जा रहा है कि समिट से पहले ही 900 MoU पर हस्ताक्षर हो चुके हैं और इसके जरिए करीब 3 लाख करोड़ रुपये के निवेश की संभावना जताई जा रही है।
योगी से पहले अखिलेश यादव के शासनकाल में भी इन्वेस्टर्स समिट कराए गए। 12 जून, 2014 को यूपी इन्वेस्टर्स कॉनक्लेव नई दिल्ली में कराया गया। जिसमें 23 कंपनियों की ओर से 54,606 करोड़ रुपये के 20 MoU पर हस्ताक्षर हुए थे। इस समिट में 6 देशों कनाडा, नीदरलैंड्स, तुर्की, पोलैंड, इटली, ताइपे के डिप्लोमैट भी शामिल हुए थे।
इस समिट में भाषण देते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि हमने हाल ही में यूपी स्किल डेवलपमेंट मिशन लॉन्च किया है जिसमें 6 महीने के अंदर 40 लाख से ज्यादा युवा शामिल हुए।
2014 के बाद अखिलेश ने 2015 में यूपी इन्वेस्टर्स कॉनक्लेव का आयोजन मुंबई में कराया। 10 सितंबर, 2015 को आयोजित इस कॉनक्लेव में यूपी सरकार के साथ 33,000 करोड़ रुपये का निवेश किया गया। तब दावा किया गया था कि डेढ़ लाख लोगों को रोजगार मिलेगा।

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