(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान में ही साफ़ कर दिया था कि वह इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ कोई रहम नहीं दिखाएँगे बल्कि पूरी आक्रामकता के साथ इस्लामिक आतंक को समाप्त करने के लिए लड़ेंगे. इसी की झलक इस्लामिक मुल्क सीरिया के सफाफियाह शहर में उस समय देखने को मिली जब अमेरिका नीत गठबंधन सेना ने एक मस्जिद पर हवाई हमला कर उसको तबाह कर दिया तथा आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) की एक कमान चौकी को तहस नहस कर दिया. मीडिया सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक़, गठबंधन सेना ने एक बयान में जानकारी दी कि ऑपरेशन इन्हेरेंट रिसॉल्व के तहत गुरुवार को आईएस की चौकी पर संयुक्त कार्यबल ने हमला किया. मस्जिद में छिपे इस्लामिक स्टेट के आतंकवादी भी हमले में मारे गए. बयान में कहा गया है कि इन आतंकवादियों से सीरिया में गठबंधन की सहयोगी सेना के लिए खतरा था. बता दें कि इससे पहले सीरिया के मनबिज शहर में बुधवार को हुए विस्फोट में अमेरिका के 2 सैनिक और रक्षा विभाग के 2 कर्मचारी मारे गए थे. इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. तुर्की के अधिकारियों ने कहा था कि हमले में करीब 27 लोगों की जान गई थी. आतंकी हमले में अपने सैनिकों की ह्त्या से अमेरिका भड़क उठा तथा उसने अपने सैनिकों की ह्त्या का क्रूरतम बदला लेते हुए सीरिया में मस्जिद पर हमला उसको तहस नहस कर डाला.