मुंबई : एअर इंडिया स्टाफर से मारपीट करने वाले शिवसेना के सांसद रवींद्र गायकवाड़ ने स्पाइस जेट की फ्लाइट में टिकट बुक कराया, जिसे एयरलाइंस ने कैंसल कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक एअर इंडिया 5 और इंडिगो एक बार उनका टिकट कैंसल कर चुकी है। बता दें कि एअर इंडिया के ड्यूटी मैनेजर से मारपीट के बाद AI समेत 6 एयरलाइंस ने गायकवाड़ को नो फ्लाई लिस्ट में डाल दिया था। तीसरी एयरलाइंस ने कैंसल किया टिकट।
– एअर इंडिया, इंडिगो के बाद स्पाइस जेट तीसरी एयरलाइंस है, जिसने गायकवाड़ का टिकट कैंसल किया है।
– सोर्सेस के मुताबिक, “गायकवाड़ ने 3 अप्रैल को पुणे से अहमदाबाद जाने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट SG 542 में टिकट बुक कराया था।”
प्रोफेसर बनकर की टिकट बुक करने की कोशिश
– शुक्रवार को न्यूज एजेंसी को एयरलाइन्स के सोर्सेस ने बताया, ”कुछ दिन पहले शिवसेना नेता के एक स्टाफ मेंबर ने एअर इंडिया के कॉल सेंटर में फोन करके बुधवार को मुंबई-दिल्ली आने वाली फ्लाइट (AI806) में सीट बुक कराने की कोशिश की। फोन करने वाले शख्स ने पैसेंजर का नाम रवींद्र गायकवाड़ बताया था। यह टिकट तुरंत ही कैंसल हो गई।”
– ”दूसरी बार हैदराबाद-दिल्ली आने वाली फ्लाइट (AI551) में एक सीट बुक कराई गई। इस दौरान पैसेंजर का नाम प्रोफेसर वीआर. गायकवाड़ बताया गया। एयरलाइन्स ने फिर टिकट कैंसल कर दी।”
– ”इसके अगले दिन नागपुर-मुंबई के रास्ते दिल्ली आने वाली फ्लाइट में टिकट बुक कराने के लिए सांसद के स्टाफ मेंबर ने एक ट्रैवल एजेंट से कॉन्टैक्ट किया। एजेंट ने फौरन लोकल स्टेशन मैनेजर को बताया और इन्फॉर्मेशन एयर इंडिया के हेडक्वार्टर भेज दी गई।”
– एअर इंडिया के एक अफसर ने कहा, ”हम टिकट बुक करते वक्त गायकवाड़ के मिलते-जुलते नामों और उन्हें संसद की ओर से जारी किए कूपन पर नजर रख रहे हैं।”
क्या है मामला?
– गायकवाड़ पर 23 मार्च को एअर इंडिया के स्टाफर को 25 बार सैंडल मारने का आरोप है। खुद उन्होंने मीडिया के सामने इसे कबूल भी किया था। माफी मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा था, “मैं माफी नहीं मांगूगा, गलती मेरी नहीं उनकी है। माफी उन्हें मांगनी चाहिए।”
क्या कहते हैं नियम?
– एयर एक्ट 1972 के चैप्टर-4 के तहत एयरलाइन्स किसी को भी टिकट देने से मना कर सकती है। एयरक्राफ्ट रूल्स 1937 का 22 और 23 नियम इस रोक को सही ठहराता है।
क्या होती है नो-फ्लाई लिस्ट?
– दुनिया के कई देशों में यह सिस्टम है जिसमें बदसलूकी या हिंसा करने वाले एयर पैसेंजर्स को इस लिस्ट में डाल दिया जाता है। इस लिस्ट में आने के ये मायने हैं कि आप दोबारा उस एयरलाइन से ट्रैवल नहीं कर सकते। यह बैन आप पर हमेशा के लिए या कुछ साल या महीनों के लिए हो सकता है। यूएस में अगर कोई नो-फ्लाई लिस्ट में है तो उसके बारे में एयरलाइन्स को अपने आप अलर्ट कर दिया जाता है।
– मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में भी एविएशन मिनिस्ट्री पिछले कुछ समय से इस पर विचार कर रही है। यहां भी बदसलूकी करने वाले पैसेंजर्स पर कुछ महीनों या कुछ साल के लिए एयरलाइन में ट्रैवल करने पर बैन लगाया जा सकता है।