हिंदू महिलाओं को उठा ले गए थे रोहिंग्या आतंकी: रिपोर्ट

आतंकियों ने कुछ समय पहले हिंदुओं का नरसंहार किया था।

(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ) रोहिंग्या मुसलमान समुदाय के आतंकियों ने कुछ समय पहले हिंदुओं का नरसंहार किया था। ऐमनेस्टी इंटरनैशनल की रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों ने हत्या करने, गांवों में आग लगाने, प्रताड़ित करने के साथ ही बड़ी संख्या में महिलाओं का रेप भी किया था। ऐमनेस्टी इंटरनैशनल की रिपोर्ट के मुताबिक जान बचाकर भागने वाली कई हिंदू महिलाओं ने बताया कि 25 अगस्त 2017 को सुबह के करीब 8 बजे रोहिंग्या आतंकियों के समूह (अराकान रोहिंग्या सॉल्वेशन आर्मी, ARSA) ने अह नॉक खा गांव में हिंदुओं के घरों पर हमला बोल दिया। कुछ आतंकी काले ड्रेस में थे और कुछ सामान्य कपड़ा पहने थे। आतंकियों ने उस समय गांव में मौजूद 69 हिंदू पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को उठा लिया। कुछ घंटे बाद उन्होंने ज्यादातर पुरुषों की हत्या कर दी और महिलाओं को अपने साथ लेकर चले गए। हिंदुओं के दूसरे गांव ये बॉक क्यार में 46 पुरुष, महिलाएं और बच्चे गायब हो गए। उनका कुछ पता नहीं चला। हमले के समय 24 साल की रीका धर भी घर पर ही थीं। उन्होंने ऐमनेस्टी को बताया, ‘हमें भागने का कोई मौका नहीं मिला। रोहिंग्या मुसलमानों ने हमारे गहने ले लिए…हमारी आंखों पर पट्टी बांध दी गई और हाथ भी बांध दिए गए।’ दूसरे गांववालों की तरह रीका भी हमलावरों को पहचान रही थीं। हिंदुओं को आतंकी गांव से बाहर ले गए और सबसे पहले उनके आईडी कार्ड्स को जला दिया गया, जो उन्होंने पहले ही छीन लिए थे। आतंकियों ने हिंदू पुरुषों को महिलाओं और बच्चों से अलग कर दिया। इसके बाद महिलाओं को लेकर जंगल में चले गए। इस दौरान 53 हिंदुओं की हत्या की गई थी। इनमें 20 पुरुष, 10 महिलाएं और 23 बच्चे थे, जिनमें से 14 बच्चों की उम्र 8 साल से भी कम थी। केवल 16 लोगों (8 महिलाएं और उनके 8 बच्चों) की जान बच सकी क्योंकि ये इस्लाम स्वीकार करने को राजी हो गए थे और उसके बाद इन्हें रोहिंग्या आतंकियों के साथ शादी करना था। 20 साल की फर्मीला ने ऐमनेस्टी को बताया, ‘मुस्लिम लोग हाथों में तलवार लेकर आए। तलवारों पर खून लगा हुआ था। उन्होंने हमसे कहा कि हमारे पतियों को उन लोगों ने मार डाला।’ 18 साल की राज कुमारी ने बताया, ‘उन्होंने पुरुषों को मार डाला। हमसे कहा गया था कि उनकी तरफ न देखें… हम झाड़ियों में छिप गए थे। मेरे चाचा, मेरे पिता, मेरे भाई सभी को उन लोगों ने मार डाला। पुरुषों को मारने के बाद उन्होंने कई महिलाओं को भी मार डाला।’ फर्मीला बताती हैं, ‘मैंने देखा कि कुछ लोग महिला के सिर और बाल को पकड़े हुए थे तभी दूसरे लोगों ने छुरे से उसका गला काट दिया।’ आशंका जताई जा रही है कि रोहिंग्या मुसलमानों के साथ आतंकी भी दूसरे देशों में शरण ले सकते हैं। रोहिंग्या आतंकियों ने म्यांमार के रखाइन प्रांत में हिंदुओं का कत्लेआम कैसे किया था, ऐमनेस्टी इंटरनैशनल ने अपनी रिपोर्ट में इस बारे में विस्तार से जानकारी दी है। आतंकियों ने कम से कम 99 हिंदुओं का कत्ल किया था।

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