(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : पोरबंदर में मछली पकड़ने का धंधा जोरों से चलता है। सीजन में हजारों फिशिंग बोट से मछुआरे मछली पकड़ते हैं। छोटी-बड़ी 5500 से अधिक नावों से मछुआरे सरकार को विदेशी मुद्रा कमा कर देते हैं। पोरबंदर सहित देशभर में 45,000 से अधिक लोगों को इससे रोजगार मिल रहा है। बारिश के मौसम में तीन महीने मछली पकड़ने का धंधा बंद होने से मछुआरे बेरोजगार हो जाते हैं। इन तीन महीनों में मछलियां गर्भधारण करती हैं। यह उनका प्रजनन काल होता है। इससे उनका परिवार बढ़ता है। इसलिए इन दिनों मछली मारने पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। तीन महीने तक मछुआरों को परिवार का भरण-पोषण करना भी मुश्किल हो जाता है। एक हफ्ते बाद फिर से मछली पकड़ने की सीजन शुरू हो जाएगा। मछुआरे नाव के साथ समुद्र में जाने की तैयारी करने लगे हैं।