(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी से हमें आत्मनिर्भर बनने का सबक मिला है। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए कई निर्देश जारी किए गए हैं। अगर हम इससे लड़ना चाहते हैं तो हमें इनका पालन करना होगा। अनुशासन और धैर्य से ही हमें इस वायरस से लड़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि कोरोना ने बहुत कम संख्या में आर्मी, एयरफोर्स और नेवी को प्रभावित किया है। मुझे विश्वास है कि हम इससे जीतेंगे। रावत ने बताया कि मुझे आपको यह बताते खुशी हो रही है कि हमारे सभी लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कर लिया है। अगर कोई संक्रमित होता है, तो हम उसे जल्द खोज पाएंगे। हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि यह हमारे बीच फैले नहीं। लॉकडाउन के दौर में सेना के बजट कम करने के सवाल पर रावत ने कहा, ‘हमें जो भी बजट दिया जाएगा। हम उसका बेहद सोच-समझकर इस्तेमाल करेंगे। व्यर्थ के खर्च से बचेंगे। जहां तक हमारी ऑपरेशनल तैयारियों की बात है। हम उसमें कोई गिरावट नहीं देखते। हम हर वो कार्य करने में सक्षम हैं, जो हमें असाइन किया जाएगा।’ ‘सशस्त्र बलों के रूप में हम कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। हमें यह सुनिश्चित करना है कि हम सुरक्षित रहें, क्योंकि हमारे सैनिक, नाविक और एयरफोर्स इस वायरस से प्रभावित होते हैं, तो हम अपने लोगों की सुरक्षा कैसे करेंगे। कोरोना ने बहुत कम संख्या में तीनों सेनाओं को प्रभावित किया है। अनुशासन और धैर्य से हम इस वायरस को फैलने से रोक सकते हैं।’ ‘कोरोना ने हमें आत्मनिर्भर बनने का सबक सिखाया है। अब यह वक्त आ गया है। जब हम क्षेत्रीय शक्ति बनना चाहते हैं, तब हमें दूसरों का सहयोग करना होगा। ना कि उनके सपोर्ट पर निर्भर रहना होगा। इसलिए महत्वपूर्ण हो गया है कि हम मेक इन इंडिया को सपोर्ट करें। इस बीच हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हम जो भी इंपोर्ट करते हैं। वह धीरे-धीरे हम मेक इन इंडिया के जरिए प्राप्त करें।’ 19 अप्रैल को नौसेना में संक्रमण के 20 मामले सामने आए थे। मुंबई में आईएनएस आंग्रे पर तैनात 26 नाविक कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इन सभी को मुंबई के कोलाबा में स्थित नौसेना अस्पताल आईएनएचएस अश्विनी में भर्ती कराया गया है। नेवी का कहना है कि शिप्स और सबमरीन पर कोई संक्रमण का केस सामने नहीं आया है और सभी मिशन और ऑपरेशन पहले की तरह जारी हैं। आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने 17 अप्रैल को बताया था कि सेना में कोरोना संक्रमण के 8 मामले सामने आए हैं। इनमें दो डॉक्टर और एक नर्स भी शामिल है।