असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक खीमपुर, जोरहट, गोलाघाट, कचार, धेमाजी, बिश्वनाथ, करीमगंज, सोनीतपुर, माजुली, बारपेटा, नौगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, मारीगांव और चिरांग जिले में 4.87 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. करीब 1096 गांव बाढ़ग्रस्त हैं और 41,200 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है.
सरकार ने बाढ़ पीड़ितो को हर संभव मदद पहुंचाने की योजना बनाई है. राज्य सरकार की ओर से यहां बचाव कार्य जारी है. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा कर उन्हे भोजन,कपड़ा जैसी बुनियादी जरूरतों की पूर्ति की जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से बाढ़ पीड़ितों के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी ली है.
असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ का पानी घुस जाने से वन्य जीवों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. वन्य जीव ऊंचे और सुरक्षित स्थानों की तरफ जा रहे हैं. अब तक इस बाढ़ में 6 हॉग हिरणों की मौत भी हो चुकी है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान विलुप्तप्राय एक सींग वाले गेंडों के लिए जाना जाता है.