बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को सुरक्षाकर्मियों की मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की मामले में फेसबुक पोस्ट के जरिये अपनी सफाई दी है. इस सफाई में उन्होंने कहा कि मीडियाकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की की खबरें भ्रामक और गलत हैं. मैं तो मीडियाकर्मियों के आग्रह पर बातचीत के लिए 5-7 मिनट तक इंतजार करता रहा ताकि वे आपसी प्रतिस्पर्द्धा को छोड़कर बात कर सकें लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ. मैं निश्चित रूप से उनकी जॉब विशेष रूप से कैमरामेन की कठिनाईयों को समझता हूं. वे प्रतिस्पर्द्धा के चक्कर में एक-दूसरे पर गिरे जा रहे थे. कई मीडियाकर्मियों ने माइक मेरे पीछे लगा दिया…ऐसा भी मौका आया जब कम से कम 10 माइक मेरी नाक के एकदम करीब सटा दिए गए. मैंने किसी तरह अपने आप को बचाया और सुरक्षाकर्मियों ने अपनी ड्यूटी निभाते हुए बचाव किया.
उन्होंने कहा कि उस वक्त जब मीडिया से बात कर रहा था तब दूसरी तरफ क्या चल रहा था, इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है. यहां तक कि एक कैमरामेन का कैमरा स्वास्थ्य मंत्री के सिर में लग गया और इसको कहीं रिपोर्ट नहीं किया गया और इसकी जरूरत भी नहीं है क्योंकि अक्सर भीड़भाड़ और जल्दी में ऐसा हो जाता है. कई सुरक्षाकर्मियों के भी हल्की चोटें आई हैं. दरअसल ऐसे मौकों पर जब सैकड़ों मीडियाकर्मी बाइट के लिए प्रयास करते हैं तो हमारे, मीडिया और सुरक्षाकर्मियों सभी के लिए मुश्किल हो जाता है.
कई चैनलों की रिपोर्टों के मुताबिक ऐसा मेरा निर्देशों के तहत हुआ और कुछ राजद समर्थकों ने भी हमला किया, ये पूरी तरह से अवांछनीय, निराधार और भ्रामक है. हम हमेशा मीडिया के साथ मित्रवत रहे हैं और उनको समुचित जवाब देते रहे हैं….मुझे इस तरह की घटना का अफसोस है और निंदा करता हूं…इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए. मैं निजी तौर पर इस मामले को देख रहा हूं और जांच करा रहा हूं.