केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शनिवार को कहा कि उल्फा के वार्ता समर्थक धड़े की ज्यादातर मांगें ‘विचार करने लायक’ हैं और अंतिम समाधान बहुत जल्द होने की उम्मीद है। गृह राज्य मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘उल्फा के अरविंद राजखोवा धड़े के साथ शांति वार्ता बहुत अच्छी और विश्वास के साथ चल रही है। हम गंभीरता से महसूस करते हैं कि राजखोवा धड़े की ज्यादातर मांगें विचार करने लायक हैं।’
हालांकि, उन्होंने ब्योरों पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि हम बहुल जल्द अंतिम समाधान के लिए उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाह रहे हैं।’ यह पूछे जाने पर कि समाधान कब तक किए जाने की उम्मीद है तो उन्होंने कहा, ‘हम कोई समय-सीमा नहीं दे सकते।’
यह पूछे जाने पर कि असम की संप्रभुता संबंधी उल्फा की मुख्य मांग पर क्या विशेष तौर पर बातचीत के दौरान चर्चा हुई तो रिजिजू ने कहा, ‘संप्रभुता का कोई सवाल नहीं है। अगर संप्रभुता होगी तो बातचीत का कोई सवाल नहीं हो सकता। बातचीत भारतीय संविधान के दायरे में है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे भारतीय संविधान से बाहर कुछ भी कहने की अनुमति भी नहीं है।’