ऐसे PWD के पूर्व इंजीनियर ने केजरीवाल सरकार में ‘भाई-भतीजावाद’ को बेनकाब किया

इंडिया टुडे के पास ऐसे सबूत है जो कि बताते हैं कि कैसे पूर्व PWD इंजीनियर दिनेश शर्मा ने केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में भाई-भतीजावाद को बेनकाब किया. कैसे दिनेश शर्मा को कॉन्ट्रेक्ट पर मुख्यमंत्री के रिश्तेदार के मनमुताबिक काम ना करने पर ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया.

घूसखोरी, फर्जी बिल, हवाला लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के बाद इंडिया टुडे के पास ऐसे अकाट्य सबूत हैं जिनसे संकेत मिलता है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में ‘भाई-भतीजावाद’ की पैठ कितनी गहराई तक है.
ये हैरान करने वाले खुलासे दिल्ली पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट में काम करने वाले पूर्व इंजीनियर दिनेश शर्मा की ओर से आए हैं. शर्मा का कहना है कि उन पर दबाव डाला गया कि केजरीवाल के दिवंगत साढ़ू सुरेंद्र बंसल की कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन कंपनी जैसे चाहे, उसे वैसे काम करने दिया जाए.

शर्मा ने दावा किया कि सुरेंद्र बंसल के बेटे विनय कुमार ने बीते साल अप्रैल में उन्हें फोन कर धमकाया था. शर्मा के मुताबिक फोन पर कहा गया था कि अगर विनय कुमार के वर्कर्स को दिल्ली के मुंडका इलाके में बने बनाए नाले को तोड़ने से रोका गया, जिससे कि वाहन से निर्माण सामग्री कहीं ओर निर्माणाधीन नाले के लिए ना ले जाई जा सके तो इसके बुरे परिणाम भुगतने पड़ेंगे.

शर्मा ने कहा, ‘जब मैंने बंसल के बेटे की बात को सुनने से इनकार कर दिया तो दिल्ली सरकार में मई 2016 में मुझे सेवा से मुक्त कर दिया.’

हुआ क्या था?
पूर्व PWD इंजीनियर ने बताया कि रेणु कंस्ट्रक्शन को दिल्ली के मुंडका इलाके में एक नाले के निर्माण का कॉन्ट्रेक्ट दिया गया था. शर्मा ने कहा, ‘उनकी बोली बहुत कम दरों पर, न्यूनतम रकम की महज 42 फीसदी थी. इतनी कम दर वाले कॉन्ट्रेक्ट को स्वीकार करना आर्थिक दृष्टि से ग्राह्य नहीं था. मेरे वहां रहते ये काम शुरू नहीं हो सका था. क्योंकि मैंने मांग की थी कि काम नियम-कायदे के अनुरूप होना चाहिए. इस पर उन्होंने मेरा ट्रांसफर करा दिया क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि मैं पद पर बना रहूं.’

दिल्ली के असिस्टेंट कमिश्नर को भेजी चिट्ठी में शर्मा ने उन तौर-तरीकों से पर्दा हटाया है जो AAP सरकार के तहत कॉन्ट्रेक्टर्स अपनाते हैं. चिट्ठी में शर्मा की ओर से कहा गया है कि उन्होंने 3 लोगों को एक ट्रैक्टर और कमप्रैसर के जरिए अच्छे खासे बने नाले को तोड़ते देखा. जब उन्हें ऐसा करने से रोका गया तो उनके पास केजरीवाल के रिश्तेदार का फोन आया, जिसमें जान की धमकी दी गई.

शर्मा ने कहा, ‘पीडब्लूडी में मेरे वरिष्ठ मुझ पर दबाव नहीं डाल सकते. हर कोई जानता है कि मैं किस तरह का व्यक्ति हूं. मैं किसी से भी गलत आदेशों को नहीं ले सकता था.

अप्रैल 2016 रविवार को जिस दिन मेरी छुट्टी थी उस दिन मेरे बॉस ने कॉन्ट्रेक्टर को नाला तोड़ने के लिए कहा. किसी तरह मुझे ये पता चल गया और मैंने मौके पर पहुंच कर नाले को गिराने से रोकने के लिए कहा. मुझे धमकी मिली लेकिन मैंने अवैध काम को अपने सामने होने से इनकार कर दिया.’

पिछले वर्ष मई में जब शर्मा छुट्टी पर थे, उनका तबादला मूल कैडर CPWD में कर दिया गया और उन्हें सारी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया. शर्मा ने कहा, ‘मेरी तबादला फाइल सचिवालय भेज दी गई. जब मुझे पता चला तो मैंने पूछा कि मैंने किया क्या है. 6 मई को मैं अपनी बेटी से मिलने अमेरिका गया. मेरी अनुपस्थिति में मेरा तबादला कर दिया गया. मुझे तब मेरी ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया जबकि मैं 22 मई तक छुट्टी पर था.’

आरोपों का जवाब देने के लिए तथ्य मौजूद : AAP
इस बीच, इंडिया टुडे के खुलासे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि आम आदमी पार्टी ने कहा है कि सरकार आरोपों का जवाब देगी क्योंकि उसके पास तथ्य मौजूद हैं.

सूत्रों के मुताबिक सरकार और PWD डिपार्टमेंट के वरिष्ठ अधिकारियों ने कुछ अनिश्चित तथ्यों का हवाला दिया. सूत्रों ने रेणु कंस्ट्रक्शन को दिए दो कॉन्ट्रेक्ट के बारे में बताया जिनमें से एक पूरा हुआ और एक को निरस्त कर दिया गया. उस कॉन्ट्रेक्ट को निरस्त किया गया जिसके बारे में संबंधित इंजीनियर ने शिकायत की थी.मुख्यमंत्री कार्यालय इस बात पर कायम है कि कोई भाई-भतीजावाद नहीं हुआ. आम आदमी पार्टी के मुताबिक एंटी करप्शन ब्यूरो ने पहले से ही केस दर्ज किए हुए हैं और जांच जारी है. आम आदमी पार्टी के मुताबिक कोई भी जो दोषी पाया जाएगा, चाहे वो मुख्यमंत्री का रिश्तेदार हो, मंत्री हो या अन्य कोई अधिकारी, उससे कानून के मुताबिक सख्ती से निपटा जाएगा.

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