कर्सियांग के विश्व पर्यटन में दर्ज कराने के अभियान में “अलिटा”

लेप्चा भाषा से मिले हुए नाम कर्सियांग का अर्थ अंग्रेजी में “द् लैन्ड आफ वाइट अर्किड” और हिन्दी में “सफेद अर्किड” (सफेद सुनाखरी) फूल है

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : कर्सियांग। लेप्चा भाषा से मिले हुए नाम कर्सियांग का अर्थ अंग्रेजी में “द् लैन्ड आफ वाइट अर्किड” और हिन्दी में “सफेद अर्किड” (सफेद सुनाखरी) फूल है। कर्सियांग का प्राकृतिक सौन्दर्य अर्किड फूल जैसा ही खूबसूरत है। यह जगह अब भी पर्यटन के क्षेत्र में एक छिपा हुआ बडा खजाना है। सन 1835 तक कर्सियांग सिक्किम साम्राज्य का हिस्सा था।1835 में सिक्किम के राजा ने दार्जिलिंग उपहार स्वरुप अंग्रेज सरकार को दे दिया और तब से कर्सियांग भी भारत का एक हिस्सा बन गया। पर्यटन क्षेत्र में कर्सियांग को पहचान दिलाने की बहुत सी कोशिशें की गयी जो की पूरी तरह से कामयाब नहीं रही, जिसका वजह था पर्यटन में लोगों को इस क्षेत्र कि कम जानकारी होना और इस कारण पर्यटन के मामले में यह जगह पीछे रह गया । कर्सियांग को सही तरह से पहचानने के लिए एक अच्छे जौहरी की आवश्यकता थी और आखिर में कोलकाता निवासी पंकज पारिख जौहरी रूप में इसके पारखी मिल ही गए । पारिख ने जब कर्सियांग के भूमि पर पहला कदम रखा तो उन की पारखी नजर शहर से करीब 4 किलोमीटर उपर पहाड में बसी हुई खूबसूरत जगह “आश्रम बस्ती” पर पड़ी और तब उन्होंने आश्रम बस्ती में एक बड़ा रिसोर्ट बनाकार कर्सियांग को भारत और विश्व के पर्यटन मानचित्र में शामिल कराने का लक्ष्य तय किया।

आश्रम बस्ती में उन्होनें अलिटा होटल एवं रिसोर्ट भव्य रूप से बनाया। आज यह रिसोर्ट बनने के बाद यहाँ बहुत से देशी और विदेशी पर्यटक आने लगे हैं। इसका आर्किटेक्चरल डिजाइन अशोक कुमार दास ने तैयार किया है जो वास्तुकला में अपने आप में एक बेजोड़ नमूना है । कर्सियांग, पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले का एक महकमा है जिसके बारे में अभी तक ज्यादा खोज नही की गई जबकि वास्तव में यह स्वर्ग-स्थान है, चारों और सांसों को रोक देने वाले मनोरम दृश्य हैं जो कि पर्यटकों की नजरों से अब तक छिपे हुए हैं पर अब कर्सियांग को विश्व के सामने लाने का अभियान अलिटा होटल एवं रिसोर्ट ने शुरू किया है । इसी के लिए डाइरेक्टर पंकज पारिख, वाइस प्रेसिडेंट ऑफ़ हॉस्पिटैलिटी विनोद मेनन, बंगला फिल्म के सुपरिचित अभिनेता वरूण चंदा, प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर श्रीमती अग्निमित्र पाल एवं आर्किटेक्चर अशोक कुमार दास ने पत्रकार सम्मेलन का आयोजना किया था। पत्रकार सम्मेलन में अलिटा की प्रतिनिधि पारोमिता घोष और सुरक्षा प्रधान ने भी संबोधन किया।

पंकज पारिख ने कहा, ‘‘कर्सियांग एक अनएक्सप्लोर्ड डेस्टिनेशन है, इस की सुंदरता अतुलनीय है, विश्व में कर्सियांग को पहचान दिलाने के लिए यह हमारी पहल है क्यूंकि हमें कर्सियांग का महत्व पता है।’’ विनोद मेनन ने बताया की अलिटा कि टीम पूरी तरह से कर्सियांग को देश में एक उच्चतम ट्रेवल डेस्टिनेशन बनाने के लिए उर्जा लगाएगी, अलिटा में पर्यटक अनेकों किस्म के आनंद उठा सकते है। इस के टी-बार में दार्जिलिंग की विभिन्न प्रकार की विश्व प्रसिद्ध चाय का मजा लिया जा सकता है, और खाने के लिए रिसोर्ट ने अपना ही जैविक वेजिटेबल गार्डन बनाया हुआ है, जहां जैविक खाद कम्पोस्ट करके स्वयं ही सब्जीयां उगाई व तैयार की जाती हैं, यह रिसोर्ट ऐसी जगह पर बना हुआ है जहां सूर्योदय से सूर्यास्त तक के खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य देखे जा सकते हैं, इस के अलावा यहां से चार नदियाँ — नेपाल-भारत के बीच से बहने वाली नदी मेची, कर्सियांग से बहने वाली बालासन, सिलिगुढी के बीच से बहने वाली महानदी, और टिस्टा नदी बहती हैं जिनका मनमोहक नजारा रिसोर्ट से देखाई देता है। पर्यटक यहाँ के आस-पास के चाय बागानों में घूम सकते हैं, जंगलों में एडवेंचर राइड, भी कर सकते हैं| अलिटा रिसोर्ट मे देवी दुर्गा का एक भव्य मंदिर है जिसको चार-सौ सालों से भी पुराना माना जाता है और इसी रिसोर्ट के परिसर में भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर भी है जिसे अंजना देवी के मंदिर के रूप में जाना जाता है। अंजना देवी को यहां के लोग नेपाली मीराबाई के रूप में मानते है।

अंजना देवी का जन्म 1904 साल में हुआ था और उन का निर्वाण 21 वर्ष के उम्र मे 1925 साल में हुआ था। अंजना देवी भगवान श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त थी, और बहुत से पुराने स्थानीय लोगों का मत है की उन्हे श्रीकृष्ण का साक्षात दर्शन प्राप्त हुआ था। इस बात का कई किताबों और लेखों मे भी जिक्र मिलता है। आश्रम बस्ती और आस पास के इलाकों की और भी बहुत सी रोचक कहानियाँ है जो शोधकार्य का विषय है। अलिटा कर्सियांग में पहला भव्य एवं आलीशान रिजॉर्ट है जिसके जरिये अब देश-विदेश में कर्सियांग की रोचक बाते जानने को मिलेंगी और इस जगह के बारे में पूरे विश्व को जानकारी हो ऐसी पूरी उम्मीद व आशा हम अलिटा होटल एवं रिसोर्ट से कर सकते हैं।

Comments (0)
Add Comment