(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : केरल में आई जल प्रलय में भारतीय नौसेना ने भयानक बाढ़ और बारिश के में फंसे करीब 17,000 लोगों की जान बचाई है। जवानों ने राहत कार्यों के लिए ‘ऑपरेशन मदद’ नाम से मिशन चलाया। अभूतपूर्व बारिश और बाढ़ का सामना कर रहे केरल के लोगो को भारतीय नौसेना ने वहां से सुरक्षित निकालकर ही दम लिया। राहत और बचाव कार्य थमने के बाद देश की सेना ने केरल को बसाने के लिए फिर से मोर्चा संभाल लिया है।नौसेना ने ये फैसला किया है कि वो केरल को फिर से बसाने के लिए आर्थिक मदद प्रदान करेगी। इस सिलसिले में नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लाम्बा आज यानी गुरुवार को केरल के मुख्यमंत्री से मिलेंगे। एडमिरल सुनील लाम्बा नौसेना कर्मियों के वेतन के स्वैच्छिक योगदान के रूप में 8.9 करोड़ रुपये का चेक मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष को देंगे।आपको बता दें कि नौसेना प्रमुख ने केरल में आई बाढ़ से बर्बाद एर्नाकुलम जिले के मुट्टीनकम गांव का बुधवार को दौरा किया था। उन्होंने क्षेत्र में चलाये जा रहे राहत और पुनर्वास कार्यों की समीक्षा भी की। इस दौरान एडमिरल लाम्बा ने एडीवी वीडी सतीशन, परावुर के विधायक एस.शर्मा, वाइपिन के विधायक मोहम्मद सफीरूल्ला, एर्नाकुलम के जिला कलेक्टर और मुट्टीनकम गंव के सदस्यों के साथ वारपुझा पंचायत में बातचीत की। एनडब्ल्यूडब्ल्यूए अध्यक्ष के द्वारा 25 लाख रुपये की राहत सामग्री, स्थानीय स्वशासन अधिकारियों को सौंपी गई।इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा है कि सभी नौसेनाकर्मी केरल से जुड़े हुए है, क्योंकि सभी कर्मियों को कोच्चि के एसएनसी में प्रशिक्षित किया जाता है और उसके बाद ही पूर्ण रूप से नौसेनाकर्मी होते है। उन्होंने कहा कि इसमें वह स्वयं शामिल हैं। उन्होंने इस बात को दोहराया कि वह स्वयं पिछले कई दिनों से स्थिति की नजदीक से निगरानी कर रहे हैं।लाम्बा ने कहा कि भारतीय नौसेना ने दो स्थानों का चयन किया है जिनमें पुनर्वास कार्य किये जाने का प्रस्ताव है। भारतीय नौसेना वारपुझा पंचायत में मुट्टीनकम तथा कदमकुड़ी पंचायत में चेरिया कदमकुडी में पुनर्निर्माण कार्य करेगी। क्षेत्र में लोगों की पेयजल आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 10 टन प्रतिदिन क्षमता वाला आरओ संयंत्र लगाया जा चुका है और जन साधारण के लिए 28 अगस्त से चालू है।इस अवसर पर पुनर्वास किट (मुट्टीनकम के 800 तथा चेरिया कदमकुडी के लिए 500) वितरित किये गये। किट में कपड़ा, सफाई गियर तथा बर्तन आदि हैं। इसके अतिरिक्त पिझाला द्वीप से चेरिया कदमकुड़ी बस्ती को जोड़ने के लिए एक पुल बनाने सहित अन्य आवश्यकताओं पर विचार किया जाएगा और संभावना तलाशी जाएगी।