(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : गुजरात के डांग जिले की महाल-बारडीपाड़ा हाईवे पर हुए भीषण हादसे में रविवार सुबह उपचार के दौरान ट्यूशन संचालिका सहित और सात छात्रों की मौत के साथ मृतकों का आकंड़ा 11 पर पहुंच गया है। कई छात्रों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। उन्हें उपचार के लिए सूरत के नए सिविल अस्पताल में रेफर किया गया। घटना के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री राहत फंड से मृतकों के परिजनों के 2.50 लाख तथा घायलों के परिजनों को एक लाख की सहायता की घोषणा की है।जानकारी के मुताबिक, गुरुकृपा ट्यूशन क्लासीस में पढ़ते सूरत के अमरोली और छापराभाठा क्षेत्र के करीब 60 बच्चे शनिवार को निजी बस में डांग के शबरीधाम, पंपा सरोवर के प्रवास पर निकले थे। देर शाम करीब छह बजे महाल-बारडीपाड़ा हाईवे पर पहुंचते ही बस के चालक ने स्टेयरिंग से काबू खो दिया और बस 300 फीट गहरी में गिर गई। डांगा-तापी प्रशासन के मुताबिक घटना के सूचना पाते ही उच्च अधिकारी सहित का काफिला आ पहुंचा था। अंधेरा होने कारण बचाव कार्य में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। देर रात चली बचाव कार्रवाई के दौरान बस में फंसे सभी बच्चों को बाहर निकाला।प्रशासन के मुताबिक स्थल पर ही 3 बच्चों की मौत हो गई थी। दस से अधिक एम्बुलेंस के जरिए आनफानन में सभी बच्चों को व्यारा जनरल अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हें सूरत के नये सिविल अस्पताल मे रिफर किया गय । जहां गंभीर रुप से घायल ट्यूशन संचालिका हेमाक्षी नवनीत पटेल (40) सहित घायल और सात बच्चों की मौत हो गई है। इसके साथ ही मौत का आंकड़ा 11 पर पहुंच गया है।प्रशासन के मुताबिक मृतक सभी बच्चों की उम्र 10 से 16 वर्ष के बीच है। घटना के सूचना पाते ही बच्चों के परिजनों पर आसमान टूट पड़ा है। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बच्चों के परिजनों को दिलासा दिया है। उन्होंने मृतकों के परिजनो को 2.50 लाख तथा घायलों 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है। बताया जा रहा कि जसदण में भाजपा के विजयोत्सव में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री सीधे सूरत नए सिविल अस्पताल में घायलों से मिलने जाएंगे।