(एन एल एन मीडिया-न्यूज़ लाइ व नाऊ) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर चीन पहुंच गए हैं। पीएम मोदी आज चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। इन दोनों नेताओं के बीच चीन के वुहान शहर में अनौपचारिक बैठक होगी। इन दो दिनों में दोनों नेता नौकायान से लेकर लंच तक साथ करेंगे। जानें चीन की यात्रा पर गए पीएम मोदी का क्या है पूरा शेड्यूल।चीन में भारतीय राजदूत गौतम बॉम्बेल ने कहा- इनफॉर्मल समिट में ये होता है कि दोनों लीडर जितना हो सके एक दूसरे से बात करते हैं। दोनों देशों नेता बात करते हैं। जिस विषय पर चाहें बात कर सकते हैं, एजेंडा सेट नहीं होता है। हम उन्हें ऐसा माहौल देते हैं कि वे आपस में बात कर सकें।वुहान चीन का एक प्रसिद्ध शहर है जहां यागत्से नदी बहती है और यहां तीन बांध भी हैं। इसका चयन काफी सोच-समझ कर किया गया है। कोंग ने बताया, ‘मोदी उत्तर में बीजिंग जा चुके हैं, दक्षिण में शंघाई, पश्चिम में शियान और पूर्व में शियामेन भी जा चुके हैं। लेकिन वह कभी भी चीन के मध्य में नहीं गए हैं। इसलिए इस बार उन्हें मध्य में स्थित वुहान शहर में आमंत्रित किया गया है।मोदी और जिनपिंग की मीटिंग में भारत-चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद पर भी चर्चा हो सकती है। दोनों नेता डोकलाम विवाद को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। बता दें, चीन की ओर से डोकलाम में सड़क निर्माण की कोशिशों के बीच ये विवाद जारी हुआ था। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव काफी बढ़ गया था।इस मीटिंग में दोनों देशों के बीच व्यापार को लेकर भी चर्चा हो सकती है। इसमें व्यापार असंतुलन का मुद्दा अहम होगा। बता दें, चीन भारत के मार्केट पर काफी हद तक कब्जा जमाए हुए हैं। इतना भारत की ओर से चीन के मार्केट के लिए नहीं किया गया। इसी व्यापारिक असंतुलन पर दोनों देशों के नेता चर्चा कर सकते हैं।हाल के दिनों में देखने में आया है कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में चीन का दखल बढ़ रहा है। ऐसी भी जानकारी है कि पाकिस्तान इस इलाके की सीमा के पास चीन की सहायता से सड़क निर्माण में लगा है। ऐसे में भारत के लिए ये चिंता का विषय बना हुआ है। इन दोनों नेताओं की मीटिंग में इस मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है।चीन मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित कराने की भारत की कोशिशों में अड़ंगा लगाता रहा है। ऐसे में इस मीटिंग में मसूद अजहर पर भी चर्चा हो सकती है। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि जैश-ए- मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर पर संयुक्त राष्ट्र की ओर से पाबंदी लगाए जाने जैसे मुद्दे इस मीटिंग में नहीं उठने चाहिए। क्योंकि शिखर वार्ता ऐसा मंच नहीं है जहां मसूद के बारे में बात की जाए। लेकिन भारत के लिए ये भी चिंता का विषय बना हुआ है।इसके अलावा भारत और चीन के बीच ब्रह्मपुत्र नदी पर हाइड्रोपावर परियोजना को लेकर भी चर्चा हो सकती है। सिर्फ सुरक्षा ही नहीं, चीन की इस परियोजना को लेकर पर्यावरणीय चिन्ताएं भी बनी हुई है। इसके अलावा भी भारत की कई चिंताएं हैं जिसको लेकर दोनों देशों के बीच बात हो सकती है।