(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : जमशेदपुर और इसके आसपास के इलाकों में करीब पांच हजार बांग्लादेशी घुसपैठिये गत कुछ वर्षो से डेरा जमाए हैं। जमशेदपुर शहर से इन्हें विदेश भेजने का गोरखधंधा भी चल रहा है। स्थानीय नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत से यहां इनका आधार कार्ड और वोटरकार्ड भी बन रहा है। खुफिया विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए राज्य सरकार को विशेष निगरानी कराने की बात कही है।खुफिया विभाग के अनुसार, जमशेदपुर से लोगों को खाड़ी देशों में भेजने और उन्हें वीजा दिलाने के काम में 21 एजेंट सक्रिय हैं। ये एजेंट बांग्लादेशी घुसपैठियों को भी विदेश भेज रहे हैं। ज्यादातर घुसपैठियों ने आधार कार्ड व वोटरकार्ड भी बनवा लिया है। यह स्थानीय नेताओं और भ्रष्ट सरकारी पदाधिकारियों की मदद से संभव हुआ है। घुसपैठिये इसकी मदद से राज्य व केंद्र प्रायोजित सरकारी सेवाओं का लाभ भी उठा रहे हैं। झारखंड सरकार ने जब से एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस)की बात कही है, इन घुसपैठियों में खलबली मच गई है।जमशेदपुर शहर के अलावा बांग्लादेशी घुसपैठिये कपाली, टेल्को, हल्दीपोखर, मकदमपुर, घाटशिला, कदमा आदि इलाकों में काफी संख्या में रह रहे हैं। इनके पास आधार कार्ड, वोटर कार्ड, राशन कार्ड के अलावा बिजली, पानी और टेलीफोन का कनेक्शन मौजूद है। खुफिया विभाग की मानें तो बांग्लादेशी घुसपैठियों के आधार कार्ड व वोटर कार्ड बड़े पैमाने पर धनबाद के अलावा पश्चिम बंगाल के खड़गपुर, बांकुड़ा व मुर्शिदाबाद में बनाए गए हैं।