(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): जमैका के तट और पूर्वी क्यूबा के बीच कैरिबियन सागर में मंगलवार शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। समाचार एजेंसी एएनआई ने संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के हवाले से बताया है कि इस भूकंप ने मैक्सिको से फ्लोरिडा और उससे आगे तक के विशाल क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। यूएसजीएस के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.7 आंकी गई। जबकि केमैन द्वीप समूह में देर रात एक बार फिर रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता के दूसरे भूकंप के झटके महसूस किए गए। इन भूकंपों की तीव्रता को देखते हुए अमेरिका के वैज्ञानिकों ने तटीय इलाके में खतरनाक सुनामी आने की संभावना जताई है। जानकारी के अनुसार, पहला भूकंप मंगलवार को स्थानीय समयानुसार करीब 7:10 बजे आया। इसका केंद्र तटीय शहर लूसिया के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था। भूकंप मोंटेगो खाड़ी और जमैका के 140 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में और निक्वैरो, क्यूबा के 140 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण में केंद्रित था। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र की ओर से जमैका के तटीय इलाके में सुनामी की चेतावनी जारी की गई है। चेतावनी में कहा गया है कि सुनामी की लहरें क्षेत्र में उठने वाले ज्वार की लहरों के स्तर से करीब एक मीटर ऊंची हो सकती हैं। सुनामी का असर जमैका, बेलीज, क्यूबा, होंडुरास, मैक्सिको और केमैन द्वीप समूह में देखा जा सकता है। हालांकि शुरूआती जानकारी के मुताबिक फिलहाल किसी तरह की क्षति या नुकसान की कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में सैंटियागो में कैथोलिक सांस्कृतिक केंद्र में काम करने वाली बेल्किस गुरेरो के हवाले से कहा गया है कि क्यूबा के इस दूर-दराज के सबसे बड़े शहर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। गुरेरो ने कहा कि हम सभी कुर्सियों पर बैठे थे, तभी काफी तेज झटके महसूस हुए और दूसरी चीजों के हिलने की आवाजें सुनाई देने लगीं। भूकंप का प्रभाव कैमन द्वीप पर भी देखने को मिला। वहां की सड़कों और नालों में काफी बड़ी दरारें देखी गईं। बता दें कि बीते शुक्रवार को ही पूर्वी तुर्की में विनाशकारी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। यह रिक्टर पैमाने पर 6.8 तीव्रता वाला था, जिसका केंद्र सिवराइस बताया गया था। इसमें 38 लोगों की मौत हो गई थी। इनमें से ज्यादातर मौतें इलाजिग में हुई थीं। तुर्की सरकार के आपदा एवं आपात प्रबंधन एजेंसी (एएफएडी) ने बताया था कि 1,607 लोग घायल हैं जिनमें से 13 लोगों को आईसीयू में भर्ती कराया गया था।