यह कहानी है सुनैयना (सनी लियोनी) की। मुंबई में रहने वाली सुनैयना ज्लेवरी के कारोबार में एक जगमगाता और सफल नाम है, जिसने केके इंडस्ट्रीज को डुबोकर रख दिया है। किसी जमाने में इस कंपनी के मालिक केके मल्होत्रा (राजीव वर्मा) का इंडस्ट्री में एक छत्र राज हुआ करता था। दरअसल केके मल्होत्रा का यह हश्र सुनैयना ने ही किया है, जो एक जमाने में उन्हीं की कंपनी में बिजनेस डेवलपमेंट मैजेनर हुआ करती थी। लेकिन वक्त ने ऐसी करवट बदली कि सुनैयना इस कंपनी और मल्होत्रा परिवार की दुश्मन बन गई।
इस कहानी की एक अहम कड़ी राज मल्होत्रा (रजनीश दुग्गल) भी है, जिसे सुनैयना दिल से चाहती थी। लेकिन राज ने न केवल सुनैयना को प्यार में धोखा दिया है, बल्कि उसी की वजह से सुनैयना की मां की मौत भी हो जाती है, क्योंकि अपने जीजा मुनीष (युवराज) से महज एक शर्त जीतने के लिए राज ने सुनैयना को अपने प्यार के जाल में फंसाया था। यह शर्त दस दिनों के भीतर सुनैयना को राज के बिस्तर तक लाने की थी, जिसकी शुरूआत उस थप्पड़ से होती है, जो कभी सुनैयना ने राज को सबके सामने मारा था।
किसी तरह राज शर्त तो जीत जाता है, लेकिन सुनैयना को खो देता है। इस बात का अहसास उसे काफी देर बाद होता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। सुनैयना के बढ़ते बिजनेस की वजह से राज और उसके पिता कारोबर सड़क पर आ गया है और राज फिर से सुनैयना के प्यार की गिरफ्त में।
इस कहानी से आप अंदाजा लगाइये कि इस फिल्म के सनी के राज के प्रति सच्चे प्यार की गुंजाइश कहां-कहां पर होगी। जाहिर है प्यार के इजहार से लेकर उसके अंजाम तक गुंजाइश ही गुंजाइश है। लेकिन सही मायने में देखें तो फिल्म इंटरवल के बाद करवट लेती है, जब सनी यानी सुनैयना के चरित्र में एक तेज यू-टर्न आता है। बावजूद इसके यह कहानी कहीं से भी नहीं लुभाती। फिल्म की कहानी बेजान और बचकानी है। ऊपर से सनी का झिलाऊ अभिनय और बेवजह के कम कपड़े। माना कि उनके प्लस प्वाइंट कुछ और हैं, लेकिन इसका ये मतलब भी तो नहीं कि दर्शक फिल्म में केवल ‘वही सब’ देखने जाता है। उस लिहाज से देखें तो भी यह फिल्म निराश करती है। इस फिल्म के दो सीन्स ऐसे हैं, जिन्हें देख आप अपना माथा पकड़ लेगें। एक वह जिसमें सनी, राज को अपने ‘सच्चे प्यार’ का महत्व समझाती हैं और दूसरा वह जिसमें केके मल्होत्रा अपने एक दोस्त (अवतार गिल) के साथ बैठे हैं और उनके दोस्त की बेटी उनसे मिलने आती है। केके का डायलॉग है, बच्चे कैसे बड़े हो जाते हैं, पता ही नहीं चलता। एक रोमांटिक फिल्म में इन दो सीन्स पर आप भी ठहाका मारने पर मजबूर हो जाएंगे।
केवल एक ही वजह से और एक जैसी फिल्में करने के कारण सनी लियोनी का बॉक्स ऑफिस रिकार्ड इन दिनों वैसे भी ढलान पर है। ‘बेईमान लव’ से उनकी पिछली सफलता का पारा फिर से तो चढ़ने से रहा।