ट्रैकिंग और बर्ड वॉचिंग करना है तो घूमने चले पोनमुडी हिल स्टेशन

जिससे पूरे पहाड़ी का रंग नीला हो जाता है और खूबसूरती ऐसी कि बस आंखों और कैमरे में कैद करने के बाद भी बार-बार देखने को दिल करेगा

(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : छुट्टियों में घूमने-फिरने के साथ रिलैक्सिंग और एडवेंचर के लिए केरल हमेशा से ही ट्रैवलर्स की पसंदीदा जगहों में शामिल रहा है। वैसे तो यहां सालभर ही प्रकृति हरियाली की चादर ओढ़े रहती है लेकिन मानसून के बाद यहां की खूबसूरती और भी ज्यादा बढ़ जाती है। इस दौरान यहां आकर आप एक साथ कई सारी चीज़ों को एन्जॉय कर सकते हैं। जैसे की मुन्नार में हर 12 साल में खिलने वाले नीरकुरिंजी फूल का। जिससे पूरे पहाड़ी का रंग नीला हो जाता है और खूबसूरती ऐसी कि बस आंखों और कैमरे में कैद करने के बाद भी बार-बार देखने को दिल करेगा। लेकिन आज हम मुन्नार की नहीं बल्कि केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में पोनमुडी हिल स्टेशन की बात करेंगे।मानसून खत्म होते ही पोनमुडी आने वाले टूरिस्टों का तांता लगने लगता है। पूरी तरह जंगलों से घिरी इस जगह में पशु-पक्षियों की 280 से भी अधिक प्रजातियां मौजूद हैं। यहां के जंगल पक्षियों के घोंसला बनाने के अनुकूल हैं। और यही वजह है कि यहां लुप्तप्राय पक्षियों को भी देख पाना संभव है। पोनमुडी के घने जंगलों में तितलियों से लेकर, त्रावणकोरी कछुए, मालाबारी मेंढक और पेड़ पर रहने वाले मेंढक भी पाए जाते हैं। इन्हें देखने के लिए विदेशों से भी टूरिस्ट और प्राणी विशेषज्ञ बड़ी तादाद में यहां पहुंचते हैं।घने जंगलों से होकर लंबी पैदल यात्रा करने के बाद आप मीनमुट्टी वाटर फॉल पर पहुंचते हैं। जो साफ और स्वच्छ पानी के लिए जाना जाता है। नेचुरल ब्यूटी के बीच घूमने, पहाड़ियों पर पैदल चलने और पशु-पक्षियों को करीब से निहारना यहां बहुत ही आसान और अच्छा एक्सपीरियंस होता है। अगर आप नेचर लवर हैं तो यहां जरूर आएं। पोनमुडी में बहुत बड़े एरिया में चाय के बागान भी हैं।

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