पुणे जातीय हिंसा की निंदा, कहा- दोषियों को मिलनी चाहिए सजा:RSS

पुणे जातीय हिंसा की निंदा, कहा- दोषियों को मिलनी चाहिए सजा:RSS

(न्यूज़ लाइव नाऊ) पुणे के भीमा-कोरेगांव लड़ाई की 200वीं सालगिरह पर हुई हिंसा की आरएसएस ने निंदा की है। आरएसएस के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि भीमा-कोरेगांव में हुई हिंसा दुखद है। इस घटना के दोषियों को कानून के तहत सजा मिलनी चाहिए। RSS ने ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट करते हुए कहा कि कुछ ताकतें नफरत फैलाने का काम कर रही हैं। RSS के मनमोहन वैद्य ने जनता से अपील की है कि वो राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखें। पुणे के दो युवा अक्षय बिक्कड और आनंद डॉन्ड ने पुणे के डेक्कन पुलिस स्टेशन में विधायक जिग्नेश मेवानी और जेएनयू के छात्र उमर खालिद के खिलाफ लिखित में शिकायत देकर FIR दर्ज करने की मांग की। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जिग्नेश मेवानी और उमर खालिद ने कार्यक्रम के दौरान भड़काऊ भाषण दिया था जिसके बाद हिंसा भड़की। शिकायतकर्ताओं की मानें तो भाषण के दौरान जिग्नेश मेवानी ने एक खास वर्ग को सड़क पर उतर कर विरोध करने के लिए उकसाया, जिसके बाद लोग सड़क पर उतर आए और फिर धीरे-धीरे भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया। शिकायतकर्ताओं के मुताबिक पुणे हिंसा के लिए ये दोनों जिम्मेदार हैं और इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इस बारे में महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भीमा-कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं सालगिरह पर करीब तीन लाख लोग आए थे। हमने पुलिस की 6 कंपनियां तैनात की थी। कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने के लिए हिंसा फैलाई। इस तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हमने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। मृतक के परिवार वालों को 10 लाख के मुआवजा दिया जाएगा।

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