नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने गुरुवार को संसदीय समिति को अपना जवाब भेजा। मान ने अपनी चिट्ठी में बिना शर्त माफी मांगते हुए कहा कि उन्होंने कोई गलती नहीं की है और इस मामले को खत्म कर दिया जाना चाहिए। साथ ही, उन्होंने पेशी के दौरान अपना वकील लाने की मांग की थी जिसे कमेटी ने खारिज कर दिया।
मान ने 5 पेज की एक चिट्ठी कमिटी को लिखी। चिट्ठी में यह लिखते हुए कि उन्होंने कोई गलती नहीं की, मान ने सभी आरोपों से इनकार किया। उन्होंने कुछ पुराने उदाहरण भी दिए। अपने नए माफीनामे में मान ने फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाए और मांग की कि पठानकोट मामले पर उन्हें भी कमिटी के सामने पेश किया जाए।
सूत्रों के मुताबिक, मान की यह मांग स्वीकार नहीं की जा सकती है क्योंकि कमिटी का गठन एक खास विषय के लिए हुआ है और पठानकोट बेस स्पीकर के अधिकारक्षेत्र में नहीं आता है।