(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : देश के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर अब हवाई अड्डे की तरह प्रवेश और निकास होगा। बिना वैध टिकट के कोई भी व्यक्ति स्टेशन परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। इसके लिए जल्द ही हवाई अड्डों पर मौजूद प्रवेश और निकास की प्रक्रिया को लागू किया जाएगा। साथ ही पटरी के दोनों तरफ ऊंची दीवार बनाई जाएगी, ताकि अनाधिकृत लोग भीड़ न बढ़ा सकें।रेल मंत्रालय का कहना है कि स्टेशन और ट्रेन के अंदर यात्रियों की सुरक्षा करना मुख्य लक्ष्य है। एयरपोर्ट जैसी सुरक्षा के लिए आरपीएफ कमांडो को भी सीआईएसएफ कमांडो की तरह ट्रेनिंग दी जा रही है। यह कमांडो स्टेशन के प्रत्येक प्रवेश व निकास द्वारों पर तैनात रहेंगे। इस मकसद के लिए सरकार ने 114.18 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। एक नया एक्सेस कंट्रोल सिस्टम रेलवे स्टेशनों पर लगाया जाएगा, जिससे केवल टिकट धारकों को ही परिसर के अंदर प्रवेश मिल पाएगा। इसके अलावा तीन हजार किलोमीटर की लंबाई वाली ऊंची दीवार भी पटरियों के दोनों तरफ बनेगी, जिससे कोई भी व्यक्ति बाहर से भी न आ सके। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि उनके लिए सुरक्षा प्राथमिकता है। अभी भी देश के कई प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के मद्देनजर काफी खामियां हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादातर रेलवे स्टेशन पर सारी जगह खुली हैं, जिससे लोग कहीं से भी आ जाते हैं।
फिलहाल इस तरह का प्रवेश सिस्टम सबसे पहले भोपाल के हबीबगंज और गुजरात के गांधीनगर स्टेशन पर शुरू होगा। इसके बाद दिल्ली और मुंबई में स्थित प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर इसको शुरू किया जाएगा। आरपीएफ इसके साथ ही अपने खुफिया तंत्र को भी मजबूत करेगी। इसके साथ ही रेलवे आरपीएफ कानून में भी संशोधन करना चाहती है, ताकि उसको जांच करने के ज्यादा अधिकार दिए जा सकें। देश के रेलवे स्टेशनों पर फिलहाल प्रवेश और निकास का जो हाल है उससे कोई भी व्यक्ति जब चाह तब यहां पर प्रवेश कर सकता है। इसके चलते यह हमेशा आतंकियों के लिए सबसे आसान टारगेट होता है। पहले भी दिल्ली, मुंबई, वाराणसी, लखनऊ, और गुवाहाटी जैसे स्टेशनों पर आतंकी वारदातें हो चुकी हैं।इसके अलावा ट्रेन के अंदर भी बम विस्फोट हो चुके हैं। वहीं वर्तमान में स्टेशनों पर सामान की जांच के लिए तो एक्सरे मशीन लगी हैं, लेकिन वहां पर भी आने वाले किसी भी व्यक्ति की जांच नहीं होती है। अब इस सिस्टम को लागू किया जाएगा।