बोले राजनाथ, वाजपेयी की ही कश्मीर नीति को आगे बढ़ा रहे हैं मोदी

नई दिल्ली। आंतकी बुरहान वानी की मौत के बाद घाटी में शुरू हुई हिंसा के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने फर्स्टपोस्ट को पहला इंटरव्यू दिया है। गृह मंत्री ने कहा, ‘ये कहना गलता है कि पूरी कश्मीर घाटी ही इन विरोध प्रदर्शनों में शामिल है। पाकिस्तान द्वारा प्रेरित कुछ लोग, कुछ हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। राज्य सरकार की मदद से स्थिति नियंत्रण में है। कश्मीर में लोगों का एक बड़ा तबका ऐसा भी है जो हमारा समर्थन कर रहा है।’ उन्होंने ये भी जोड़ा कि वाजपेयी जी और मोदी जी की कश्मीर नीति में कोई अंतर नहीं है।

सुरक्षाबलों की फायरिंग में लोगों की जान जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर कोई सुरक्षाबलों पर हमला करेगा तो आप क्यो करोगे? हम किसी भी तरह की हिंसा बर्दाश्त नहीं करेंगे। पड़ोसी देश पाकिस्तान पर उन्होंने कहा कि हमने शांति बनाए रखने के लिये काफी प्रयास किए लेकिन उसने कभी सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। राजनाथ ने बुद्धजीवी वर्ग पर टिप्पणी करते हुए कहा, ‘कौन हैं बुद्धिजीवी वर्ग? स्वघोषित बुद्धिजीवी लोग मिलकर बुद्धिजीवी वर्ग नहीं बनाते?

राजनाथ ने इंटरव्यू में कहा कि हमारी सरकार में पहली बार NIA को पूरी स्वायत्ता मिली है। जिहादी मानसिकता युवाओं के एक छोटे हिस्से में जगह बना रहा है, ये चिंता का विषय है लेकिन अलार्मिंग सिचुएशन नहीं है। गृह मंत्री ने देश में लाल आतंक पर भी बात की। उन्होंने कहा कि माओवादी समस्या के मोर्चे पर पिछले दो साल में हमने इतना हासिल किया है कि पिछले 20 सालों में भी नहीं किया था।

उत्तर प्रदेश में खुद को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताने वाली खबरों पर उन्होंने कहा कि मुझसे इस बारे में किसी से बात नहीं की है। पता नहीं मीडिया में ये खबरें कैसे आ जाती हैं। यूपी में मुख्यमंत्री का चेहरा पार्टी तय करेगी।

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