भारतीय वायुसेना ने हवा में एक नई कामयाबी हासिल की है. वायुसेना के एम्ब्रेयर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में हवा में उड़ान भरते हुए ही ईंधन भरा गया है. यानी हवा में ही एक हवाई जहाज से दूसरे हवाई जहाज में पेट्रोल भरा गया. इस क्षमता के आने से भारतीय वायुसेना की ताकत में कई गुना इजाफा हुआ है.
आपात स्थिति में हवाई जहाज में ईंधन भरने के लिए अब लैंड करने की जरूरत नहीं होगी. बता दें कि यह पहली बार है जब एम्ब्रेयर प्लेटफॉर्म पर हवा में ईंधन भरने की प्रक्रिया को अंजाम दिया गया है. बता दें कि हवा से हवा में ईंधन भरने के लिए पायलटों के लिए खास स्किल की जरूरत होती है, जिसकी प्रैक्टिस भारतीय वायुसेना के जवानों ने की है.
सबसे महत्वपूर्ण ये होता है कि जिस विमान में ईंधन भरा जाना है, उसे ईंधन टैंकर को अपने बास्केट में सही तरीके से सम्मिलित करना होता है. इस प्रक्रिया में एयरक्राफ्ट को फ्लाइंग मानकों का सही-सही पालन करना होता है. भारतीय वायुसेना दुनिया की कुछ चुनिंदा एयर फोर्स में से एक है, जिसने इस क्षमता का सार्वजनिक प्रदर्शन किया है.
साथ ही एम्ब्रेयर ने भी इस कैटेगिरी में अपनी क्षमता को साबित किया है. दिलचस्प बात ये है कि अगर इस प्रक्रिया में सिर्फ 10 मिनट तक ईंधन भरा जाता है तो अतिरिक्त 4 घंटे तक उड़ान भरी जा सकती है. इस उपलब्धि से भारतीय वायुसेना की ऑपरेशन क्षमता को बड़ी मजबूती मिली है.