भोपाल गैस त्रासदी: ‘प्लांट की डिजाइन में खराबी की वजह से हादसा नहीं, साजिश का नतीजा’

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में यूनियन कार्बाइड कारखाने से जहरीली गैस का रिसाव प्लांट की खराबी के कारण नहीं बल्कि कुछ लोगों द्वारा रची गए साजिश का नतीजा थी.

बुधवार को राजधानी की जिला अदालत में गैस त्रासदी मामले में पेश रिवीजन याचिका पर तत्कालीन प्लांट मैनेजर एसपी चौधरी की ओर से अधिवक्ता ने यह बात कही.

इस मामले में अदालत में अंतिम तर्क पेश करते हुए चौधरी वकील ने कहा कि गैस त्रासदी प्लांट के डिजाइन की खराबी की वजह से नहीं घटी. केंद्र सरकार को कंपनी से पीड़ितों को मुआवजा दिलवाना था, इस वजह से पहले से ही तय कर लिया गया था कि प्लांट की डिजाइन में खराबी को हादसे की वजह करार दिया जाए.

चौधरी के वकील ने कहा कि सीबीआई ने असली अपराधियों को पकड़ने के बजाए झूठा मामला दर्ज किया. केंद्र सरकार के इशारे पर प्लांट की डिजाइन की खराबी की बात उछाली गई. इसी आधार पर सीबीआई ने जांच की कंपनी के अधिकारियों पर मामला दर्ज कर दिया.

मैं भोपाल हूं.. 30 साल पहले चंद घंटों में हो गई थी मेरी मौत !

वहीं, सरकार के वकील की तरफ से कहा गया कि वैज्ञानिक वर्धराजन की जांच में प्लांट डिजाइन में खराबी पाई गई थी.

तत्कालीन प्लांट मैनेजर की तरफ से केस डायरी अदालत में पेश किए जाने का सीबीआई के वकील ने कड़ा विरोध किया. अब इस मामले की अगली सुनवाई 19 अगस्त को होगी.

भोपाल गैस कांड पीड़ितों को मिला हॉलीवुड स्टार का साथ, ओबामा सरकार को देना होगा जवाब

Comments (0)
Add Comment