मुहासे होने का मुख्य कारण हैं त्वचा पर जीवाणु का जमा हो जाना। इस वजह से त्वचा उस जगह से फूल जाती है और उसमे पस जमा हो जाती है। मुहासे मुख्यतेह चेहरे, गले, पीठ और गर्दन पर पाए जाते हैं। मुहासे होने का कारण, चेहरे पर मौजूद तेल ग्रंथियो से यदि अधिक मात्रा मे तेल निकालने से चेहरे पर चिकनाई बढ़ जाती है जो जीवाणु पैदा करते हैं।
मुहासे कोई बड़ी समस्या नही है पर यह आपकी खूबसूरती कम कर सकता है और उससे भी ज़्यादा परेशन कर सकते है मुहासो के बाद रहने वाले उसके दाग। वैसे तो बाज़ार मे मुहासो / डार्क स्पॉट्स से मुक्ति पाने के कई उपाए मौजूद हैं पर आप यह काम खुद घर पर भी कर सकते हैं। यह घरेलू उपचार किसी भी बाज़ारी द्वा के तरह ही काम करते हैं और मुहासो से मुक्ति पाने मे आप की मदद कर सकते हैं।
मुहांसे के कारण, आज की युवा पीढ़ीं मे मुहासे एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। इस से जल्दी निजात पाने के लिए वह बाज़ार मे पाए जाने वाले केमिकल युक्त उत्पाद का प्रयोग करते है, बिना उनके दुष्प्रभवओ के बारे मे सोचे।
यदि देखा जाए तो इन उत्पादो के कितने प्रभावी परिणाम हैं उसका कोई ठोस प्रमाण नही है। इसके विपरीत घरेलू उपचार पूरी तरह से प्रभावी और दुष्प्रभाव मुक्त होते हैं भले ही समय कुछ अधिक लग सकता है।
मुहासे से छुटकारा, यह घरेलू उपचार ना केवल मुहासे ख़तम करते हैं बल्कि उसके निशान भी मिटाने मे सक्षम हैं। शायद यही वहज है की हमारे देश मे इन उपचारो का इतना महत्व है।
मुहासे का उपचार
आधा नींबू निचोड़ें तथा इसे दोगुनी मात्रा के ग्लिसरीन के साथ मिलाएं। इसे चेहरे पर लगाएं तथा कुछ ही दिनों में आपको असर नज़र आएगा।
नीम का फेस पैक
नीम अपने एंटी फंगल एवं एंटी बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है। इसे प्राकृतिक एस्ट्रिंजेंट की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है और ये रक्त में मौजूद बैक्टीरिया को निकाल देता है।
नीम की पत्तियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाएं तथा इसमें एक चम्मच मुल्तानी मिटटी, आधा चम्मच हल्दी तथा कच्चा दूध मिलाएं। इन सबको अच्छे से मिलाकर त्वचा पर लगाएं। हल्दी के जलन से रक्षा करने वाले गुण तथा दूध और मुल्तानी मिटटी की अच्छाई चेहरे के गड्ढे, मुहांसे के दाग को हटाती है।
सिट्रस का फेस पैक
सिट्रस युक्त फल जो बाज़ार में उपलब्ध होते हैं, वे हैं नींबू और संतरा। सारे सिट्रस फलों में एस्ट्रिंजेंट के गुण होते हैं जो बैक्टीरिया को निकालने तथा त्वचा की रंगत निखारने के काम आते हैं।
2 चम्मच मुल्तानी मिटटी को 1 चम्मच सिट्रस फल के अंश तथा थोड़े पानी के साथ मिलाएं। इसे चेहरे पर लगाएं तथा 20 मिनट बाद धो दें।
संतरे के छिलके का मास्क
संतरे के छिलके मुहांसों के फलस्वरूप चेहरे पर आए दाग धब्बे को हल्का करने में काफी प्रभावी साबित होते हैं। संतरे के कुछ ताज़े छिलकों को लेकर इन्हें कच्चे दूध में रातभर भिगोकर रखें। सुबह इन छिलकों के साथ दूध का मिश्रण तैयार करें और इस पैक को अपने चेहरे के मुहांसों के दाग पर लगाएं। अगर ये दाग आपकी त्वचा पर हैं, तो आप इस पेस्ट का प्रयोग अपनी पूरी त्वचा पर भी कर सकते हैं। इसे आधे घंटे के लिए छोड़ दें तथा इसके बाद इसे सादे पानी से धो लें। अच्छे परिणामों के लिए इसका प्रयोग रोजाना करें।
आलू का रस
आलू का रस त्वचा की रंगत को फीका पड़ने से बचाने में काफी कारगर साबित होता है। अतः अगर आप मुहांसों के दाग की समस्या से जूझ रहे हैं, तो आलू का रस इसका एक बेहतरीन उपचार साबित होता है। एक आलू को मसलें तथा इसका रस निचोड़कर निकालें। अब इस रस को अपने चेहरे के मुहांसों के दागों पर लगाएं। वैकल्पिक तौर पर, आलू का एक महीन पेस्ट बनाएं तथा इसका प्रयोग मुहांसों के दाग पर करें। इस पैक या रस को दाग पर तब तक छोड़ें, जब तक कि ये काला ना पड़ जाए। त्वचा को गीले हाथों से रगड़कर इस पैक को हटाएं तथा इसके बाद पानी से धो लें।
मेथी के बीज और दूध
मेथी के बीजों में ऐसे एंजाइम्स (enzymes) पाए जाते हैं, जो त्वचा में जान डालने की प्रक्रिया में काफी तेज़ी लाते हैं। दूध में एक चम्मच मेथी के बीज मिश्रित करके रातभर छोड़ दें। सुबह इनकी मदद से एक महीन पेस्ट बनाएं और इसे मुहांसों के दागों पर या पूरे चेहरे तथा गले पर लगाएं। इस पैक को 20 से 30 मिनट के लिए इसी तरह छोड़ दें तथा इसके बाद अपने चेहरे को हाथों से स्क्रब (scrub) करते हुए पानी से धो दें।
दही और खीरे का पैक
दही में त्वचा को नमी देने वाले गुण होते हैं और इसमें मौजूद एंजाइम्स चेहरे के किसी भी दाग धब्बे को हल्का करने का कार्य करते हैं। दूसरी तरफ खीरा चेहरे को आराम देता है और त्वचा में नयी जान डालने में सहायता करता है। थोड़े से खीरे को पीसें और इसे एक चम्मच दही के साथ मिश्रित करें। इस पैक का प्रयोग सीधे अपने मुहांसों के दाग पर या पूरी प्रभावित त्वचा पर करें। इसे 20 मिनट के लिए छोड़ दें तथा इसके बाद पानी से धो लें। इसका प्रयोग हफ्ते में तीन बार करें और 15 दिनों में चेहरे पर आया फर्क देखें।
मुहांसों के निशान की देखभाल करने के टिप्स
- नई पिंपल्स पैदा हो रहे हो तब सक्रब्स का प्रयोग न करें। यह गंभीर दाना स्पॉट का कारण बन सकता है।
- उस जगह में नई कोशिकाओं और त्वचा रूपों निशान के लक्षण दूर करने के लिए स्वाभाविक रूप से मृत त्वचा को हटाने का प्रयास करें ।
- त्वचा को सुंदर और स्वस्थ रखने के लिए पानी का खूब सेवन करें और ताजे फल खाए खाने पसंद करते हैं। तो यह है कि त्वचा स्वस्थ हो जाएगा ।
- मुहासे के निशान, जब मुहासा एक दम पका हुआ हो उससे ना तो स्पर्श करें और ना ही दबाए, यह त्वचा को नुकसान पहुँचा सकता है और साथ मे निशान भी छोड़ सकता है ।