(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर नया खुलासा किया। उन्होंने कहा है कि कुछ दिन पहले डीजीएमओ ने एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि सितंबर 2016 में एक ही सर्जिकल स्ट्राइक हुई है। हम जो कह रहे हैं, सिर्फ वही तथ्यात्मक है। राजनीतिक पार्टियां कुछ भी कहें, उन्हें सरकार जवाब देगी। हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने दावा किया था कि यूपीए के शासन में 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी।लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि बालाकोट में आतंकियों पर हवाई हमला भारतीय वायुसेना की एक बड़ी उपलब्धि थी, जिसमें हमारे विमान दुश्मन के इलाके में काफी अंदर तक चले गए और आतंकी लॉन्चपैड में घुस गए। पाकिस्तानियों ने अगले दिन हवाई कार्रवाई की, हालांकि उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया गया। उन्होंने कहा कि इस साल हमारे जवानों ने 86 आतंकियों को मार गिराया। करीब 20 को गिरफ्तार किया गया। आतंकियों के खिलाफ इसी तरह हमारा अभियान चलता रहेगा।
2 मई को कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने ट्वीट कर बताया था कि यूपीए के शासनकाल में 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक की गई। पहली सर्जिकल स्ट्राइक 19 जून 2008 को असम राइफल्स, गोरखा रेजीमेंट ने भत्तल सेक्टर, पुंछ में की गई। दूसरी स्ट्राइक 30 अगस्त और एक सितंबर 2011 को शारदा सेक्टर में राजपूत और कुमायूं रेजीमेंट ने की गई। तीसरी स्ट्राइक 6 जून 2013 को सावन पात्रा चेकपोस्ट पर हुई। चौथी स्ट्राइक 27-28 जुलाई 2013 को नाजपीर सेक्टर में हुई। पांचवीं स्ट्राइक 6 अगस्त 2013 को नीलाम वैली में हुई। छठीं सर्जिकल स्ट्राइक 14 जनवरी 2014 को हुई।सर्जिकल स्ट्राइक करने के कांग्रेस के दावे पर मोदी ने कहा था- कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बयान दिया कि हमारे समय भी कई बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई। ये कैसी सर्जिकल स्ट्राइक थी कि न आतंकियों को, न ही उन पर हमला करने वालों को, न पाक को और न हिंदुस्तान में किसी को इस बारे में पता चला।मोदी ने कहा था- कांग्रेस पहले कहती थी कि सर्जिकल स्ट्राइक कुछ नहीं होती। ये सेना तो रोज करती थी। पहले उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का मजाक उड़ाया। एसी कमरों में बैठकर कागज में सर्जिकल स्ट्राइक कांग्रेस ही कर सकती है। जब कागज और वीडियो गेम में ही सर्जिकल स्ट्राइक करनी हो तो 6 हों या तीन, 20 हों या 25, ये झूठे लोगों को क्या फर्क पड़ता है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रोहित चौधरी ने साल 2018 में आरटीआई लगाई थी। इसमें उन्होंने 2004 से 2014 के बीच हुई सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी मांगी थी। मंत्रालय ने आरटीआई के जवाब में कहा कि उनके पास केवल एक सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी है, जो 29 सितंबर 2016 को उत्तरी कश्मीर में उरी आतंकी हमले के बाद हुई थी। कांग्रेस ने दावा किया था कि यूपीए के शासन में 6 बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई।