रेल मंत्री के चढ़ते ही एस्केलेटर बंद हो गया, अधिकारियों को होना पड़ा शर्मिंदा

पश्चिमी रेलवे के अधिकारियों को तब बहुत शर्मिंदा होना पड़ा जब केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल के आगमन के दौरान एस्केलेटर अचानक बंद होगा। दरअसल बीते शुक्रवार (22 सिंतबर) को पीयूष गोयल गुजरात के सूरत रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। जहां प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए उन्होंने एस्केलेटर का प्रयोग किया लेकिन एस्केलेटर अचानक बंद हो गया और रेल मंत्री को चलकर जाने पड़ा। गौरतलब है कि पीयूष गोयल वर्ल्ड क्लास स्टेशन बनाने पर चर्चा के लिए सूरत पहुंचे थे। खबर के अनुसार एस्केलेटर प्लेटफॉर्म नंबर चार का था। मामले में एक अधिकारी ने बताया कि एस्केलेटर खराब होने का कारण ओवर लोडिंग भी हो सकता है। दूसरी तरफ रेलवे के अन्य अधिकारी ने बयान जारी कर कह कि एस्केलेटर भूल से सुरक्षा अधिकारी ने बंद कर दिया था।

इससे पहले रेल मंत्री ने ट्रेन में मिलने वाले खाने की क्वालिटी सुधारने के लिए नई पहल शुरू की थी। इस दौरान उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से कहा कि यात्रा के दौरान ट्रेन में यात्रियों को मिलने वाले खाने के साथ खाने की मात्रा और कॉन्ट्रैक्टर की जानकारी भी दी जाए। रेल मंत्रालय की तरफ से सभी जॉनल जनरल मेनेजर्स को एक पत्र भेजा गया। पत्र में रेलवे बोर्ड ने बताया है कि रेल मंत्री ने कहा, ट्रेन में यात्रियों को खाने के साथ सप्लायर या कॉन्ट्रैक्टर की डिटेल्स के साथ, वजन, पैकिंग की तारीख भी बतानी चाहिए। इसके साथ ही पैकेट पर एक ऐसा सिंबल भी होना चाहिए जिससे पता चले कि पैकेट में खाना वेज है या नॉन वेज।

अभी पैकेट्स पर सिर्फ यही सिंबल होता है कि खाना वेज है या नॉन वेज। रेलवे बोर्ड के एडिशनल मेंबर (टूरिज्म एंड कैटरिंग) संजीव गर्ग द्वारा जारी किए गए लैटर में लिखा है कि रेल मंत्री ने यह फैसला किया है कि खाने के हर बॉक्स पर सप्लायर की डिटेल्स, वजन और पैकिंग की तारीख जरूर होनी चाहिए। 20 सितंबर को जारी किए गए लेटर में साफ लिखा है कि यह नियम तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए। 5 सितंबर को जारी एक लैटर में भी यह कहा गया था कि यात्रियों को भोजन की स्वच्छता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जाना चाहिए।

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