(न्यूज़ लाइव नाऊ) : पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान की सच्चाई आ जाने के बावजूद पाकिस्तान यही कहता रहा है कि पाकिस्तान आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।
लेकिन पाकिस्तान के इन दावों का झूठ तब सामने आ गया जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मॉनिटरिंग टीम जो इस हफ्ते पाकिस्तान आने वाली है उसको पाकिस्तान ने हाफिज सईद या उससे जुड़े किसी भी संगठन मुख्यतया जमात-उद-दावा की जांच करने की इजाजत नहीं दी। पाकिस्तान के एक अखबार के मुताबिक वहां की डिप्लोमैट सूत्रों ने बताया के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मॉनिटरिंग टीम पाकिस्तान को दबाने के लिए नहीं आ रही। जानकारी के अनुसार अगर मॉनिटरिंग टीम हाफिज सईद या जमात-उद-दावा की अगर जांच की मांग करते हैं तो पाकिस्तान ऐसा नहीं होने देगा। संयुक्त राष्ट्र ने पाकिस्तान को प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की सूची दी है जिसमें जमात-उद-दावा अलकायदा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान लश्कर-ए-झांगवी फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन लश्कर-ए-तैयबा और कई अन्य संगठन तथा लोग शामिल है। हाफिज सईद और उससे जुड़े संगठनों पर प्रतिबंधों को लागू करने में पूरी तरह से पाकिस्तान के विफल होने के बाद भारत और अमेरिका द्वारा पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने के बीच संयुक्त राष्ट्र की निगरानी टीम यह दौरा पाकिस्तान में कर रही है। हालांकि पाकिस्तान अपनी झेंप मिटाने के लिए इसे नियमित दौरा बता रहा है। हाफिज सईद को 2018 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव संख्या 1267 में शामिल किया गया था जिसमें हाफिज सईद को प्रतिबंधित सूची में डाला गया है।