(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : जम्मू से सटे बजालता क्षेत्र में सिर्फ मुस्लिम समुदाय को जमीन बेचने का विज्ञापन वायरल होने पर अन्य समुदाय के लोग भड़क उठे हैं। उन्होंने इसे शहर के जनसांख्यिकी स्वरूप को बदलने की साजिश बताया है। विज्ञापन 11 और 12 जुलाई को कश्मीर के एक अंग्रेजी और उर्दू समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ।विज्ञापन में साफ लिखा है- बजालता में आवासीय प्लॉट उपलब्ध। शत-प्रतिशत मुस्लिम कॉलोनी। वीआइपी कॉलोनी। मस्जिद और बच्चों का पार्क भी कॉलोनी के भीतर होगा। सिर्फ कुछ ही प्लॉट शेष रह गए हैं। यह विज्ञापन तेजी से सोशल साइट पर वायरल होने लगा। इसका विरोध भी शुरू हो गया।इस प्रकार के विज्ञापन अखबारों में इससे पहले भी प्रकाशित होते रहे हैं। हालांकि उस समय भी विरोध हुआ था। बाद में प्रशासन ने भी इस मामले को दबा दिया था।विज्ञापन मे छपे टेलीफोन नंबर पर जब संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि अगले दिन ही इस पर खेद जताया दिया गया था। उनका मकसद किसी समुदाय की भावनाओं को आहत करना नहीं था। यह केवल प्लॉट बेचने का तरीका था। वह धर्मनिरपेक्षता पर विश्वास रखते हैं। कहा, एक विज्ञापन अलग से देकर सभी से इसके लिए माफी मांग चुके हैं।जम्मू फॉर इंडिया के संयोजक प्रो. हरि ओम ने विज्ञापन को जम्मू के साथ एक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि पहले भी जम्मू के जनसांख्यिक स्वरूप को बदलने की साजिश हुई है। यह जम्मू को कश्मीर बनाने का एक प्रयास है। इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।भाजपा प्रवक्ता सेवानिवृत्त बिग्रेडियर अनिल गुप्ता का कहना है कि यह विज्ञापन जम्मू में सांप्रदायिकता का जहर घोलने का प्रयास है। इस प्रकार का विज्ञापन कोई नहीं दे सकता। इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।