हिन्दुओं को डर की नहीं बल्कि मिशन कल्कि को समझने की जरूरत है।

वर्त्तमान समय में हिन्दू हमलों का शिकार हो रहे हैं |

कार्टूनिस्ट: मंजुनाथ

(एनएलएन मीडिया-न्यूज़ लाइव नाऊ) आशुतोष रंजन/दिल्ली: आज भारत में कई प्रकार के धर्म और उनके अनुयायी है | लेकिन उन सभी धर्मो का मूल हिन्दू धर्म या सनातन धर्म को ही माना जाता है | हिन्दू धर्म की शुरुआत किस काल में हुई इसे कोई नहीं ठीक ठीक जानता है, ये सनातन धर्म अनादि काल से चला आ रहा है  | ऋषि मुनियों का ज्ञान आज भी सारी दुनिया का मार्ग दर्शन कर रहा है | हिन्दू धर्म की महानता इस बात में है कि धर्म के जानकारो को, ऋषि मुनियों व अन्य अनुयायियों और शोध कर्ताओं को सदियों पहले ही पता चल गया था कि आने वाला समय आखिर कैसा होने वाला है? उन्होंने बहुत पहले ही कह दिया था कि आने वाले समय में भारत में गाय का वध होगा और ब्राह्मणों का अपमान होगा | उन्होंने ये भी कहा था कि हिन्दू धर्म को मानने वालों को और धर्म पर आचरण करने वालों को इस घोर काल में बहुत ही निम्न स्तर का दर्जा दिया जाएगा | ऋषियों ने चेतावनी भी दी थी की नए-नए तरीके से धर्म पर चलने वालों पर और ईश्वर को मानने वालो के खिलाफ षड्यंत्र किये जाएंगे | कोई जेल में डाला जाएगा तो किसी को अपमानित किया जाएगा | या किसी को ढोंगी पाखंडी कहा जाएगा | इस तरह की कई भविष्यवाणियां बहुत पहले हो चुकी है | आज वे भविष्यवाणियां सत्य साबित हो रही हैं | वर्त्तमान समय में हिन्दू  इस प्रकार के हमलों का शिकार हो रहे हैं | भारत को हम इस समय देखेंगे तो पता चलेगा कि कई तरह के गुट पनप गए हैं | उनमें ऐसे गुट भी हैं जिनको लगता है कि भारत में वो गुलाम है – वो आज़ादी आज़ादी चिल्लाते है | दरअसल वे भारत से नहीं बल्कि हिन्दू धर्म और संस्कृति से आज़ादी चाहते है | आखिर क्यों? क्यूंकि ये लोग वास्तव में अपने मत का प्रचार करना चाहते हैं | वे अपनी विचारधारा हमारे ऊपर लादना थोपना चाहते हैं | वास्तव में वे हिन्दू धर्म और विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति को ही ख़त्म कर देना चाहते हैं | ये तथाकथित ‘आज़ादी गैंग’ वैसे ही कार्य करती है | हिन्दू धर्म जो कि बहुत ही शांतिप्रिय धर्म है | इसी धर्म ने योग और ध्यान की विभिन्न प्रणाली दुनिया को भेंट दी और शांतिपूर्ण और आनंद से भरे जीवन दर्शन को दर्शाया | हिन्दू धर्म ने विश्व बंधुत्व की भावना सारी दुनिया में फैलाई | बाकी कोई भी धर्म हिन्दू धर्म की तरह बाते नहीं करता | इसलिए हिन्दुओं को वीर योद्धा की जगह आतंकवादी घोषित करने की कोशिश दिन रात की जा रही है | लेकिन ये कोशिश भी बेकार जाएगी | हिन्दू आतंकवाद का झूठ फ़ैलाने से कुछ भी नहीं होने वाला है | अनेक टीवी चैनल और विदेशी धन से पोषित भ्रष्ट मिडिया, भारत और हिन्दुओं की छवि खराब करने के लिए, कुछ ना कुछ षड़यंत्र करता  ही रहता है | भारत में एक बहुत विस्तृत गैंग है, जिसका एकमात्र उद्देश्य हिन्दुओं का विरोध करना है | यह झुंड ऐसी विचारधारा फैलाता रहता है जिसका उद्देश्य हिन्दुओं को अपमानित करना होता है | ये वही लोग है जो कभी धोती का मजाक उड़ाते है, तो कभी हिन्दुओं की माला पर टिपण्णी करते हैं | कभी चोटी, तो कभी हिन्दुओं के तिलक को पिछड़ी सोच का प्रतीक बताते हैं | ये वही षडयंत्रकारी लोग हैं जिन्हे सारे बाबा पाखण्डी लगते है | इन्हे मंदिर पैसा लूटते नजर आते हैं | परन्तु सोचने वाली बात ये है कि पैसा कौन लूटता है? सरकार टैक्स के नाम पर पैसे लेती है  | लेफ्ट वामपंथी संगठन विचारधारा के एवज में चंदा और दान की लूट मचाये हुए है | कई ऐसे एनजीओ हैं जो विदेशियों के पैसे पर देश को बेचने के लिए भी तैयार बैठे हैं | ऐसे कुछ संगठनों पर इस देश की सरकार ने पाबंदी भी लगा दी है | एक और गिरोह भी देश में जातिवाद के नाम पर चल रहा है | वे खुद को पिछड़ी जाती का दिखा कर, कह रहा है कि ब्राह्मणवाद हटाओ | उनकी साजिश ये है कि हिन्दुओं को ब्राह्मण, क्षत्रिय, राजपूतों में बांट कर सबको तोड़ा जाए | जबकि होना ये चाहिए कि अगर हिन्दू धर्म में कुछ खामी है तो उसको हटा कर ठीक करना चाहिए | ऐसा कोई भी प्रयास आपको पूरे देश में नज़र नहीं आएगा बल्कि ब्राह्मणवाद हटाओ जैसे नारे आपको चारों तरफ दिखाए देंगे | राजनीति करने वाले कुछ ऐसे घिनौने तत्व और कई राजनैतिक षड़यंत्रकारी बैठे हुए हैं जो इस देश की संस्कृति पर आघात करना चाहते हैं | दरअसल वो ब्राह्मणवाद हटाओ के नाम पर उनके मुताबित बौद्ध धर्म का प्रचार करना चाहते हैं | वे हिन्दुओं को नीचा दिखाना चाहते हैं इसलिए वे हिन्दू देवी देवता का अपमान कर रहे हैं |  इसलिए ऐसे तत्वों के खिलाफ आवाज उठाना बहुत जरूरी है | और तो और विदेशों में ऐसे तथाकथित बुद्धिजीव पैदा हुए जिन्होंने धर्म को अफीम कह दिया | अगर धर्म अफीम है तो क्या उनके द्वारा दी गई विचारधारा अफीम नहीं है क्या ? क्या मार्क्सवाद अफीम नहीं है | मार्क्सवाद तो इतना बड़ा अफीम है कि पुरी दुनिया में जहां-जहां मार्क्सवाद गया है वहां घोर नरसंघार हुआ है | अनगिनत लोगों को मार दिया गया सिर्फ व्यवस्था के नाम पर और पूंजीपतियो के नाम पर | जबकि उन देशों से ना पूंजीपति हटे हैं और ना हटेंगे |  क्यूंकि वो प्रकृति का सिद्धांत है | धर्म को अफीम कहना एक झूठा षड्यंत्र है | अगर धर्म अफीम है तो मार्क्सवाद कोकैन और हेरोइन है | भारत में एक और बहुत बड़ा गिरोह है | ये गिरोह बाकी भ्रष्ट झुंडों के साथ भी काम करती है | ये गिरोह जेनयु से लेकर हर तरफ आपको दिखाई देगा | भारत के कश्मीर में कई ऐसे सपोले पल रहे है जो कहते है कि भारत तेरे टुकड़े होंगे | आखिर भारत को टुकड़ो में बांटने की कोशिश क्यों की जा रही  है ? इसका एक कारण है – पुरे देश को एक सूत्र में एक ही धारा ने बाँध रखा है वो है हिन्दू धर्म | आप उत्तर, पूर्व, पश्चिम या दक्षिण जाए तो देखेंगे भाषा अलग है, संस्कृति अलग है, बोली अलग है, कपड़े अलग हैं  | नृत्य, बातचीत और परिवारों के संस्कार अलग हैं, लेकिन धर्म एक ही है | देवी देवता इस देश में हजारों लाखो हैं | ग्रन्थ, संत और विचारधारा भी अनगिनत है लेकिन सब एक ही सूत्र में जुड़े है | वो है सनातन धर्म या हिन्दू धर्म का सूत्र | तो भारत के टुकड़े करने से आखिर सबसे बड़ा नुकसान किसका होगा? हिन्दू और हिन्दू धर्म का ही सबसे ज्यादा नुकसान होगा इससे |  हिन्दुओं को नष्ट करने के लिए भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसी बातों को बढ़ाया जा रहा है | इसलिए हमको सावधान होना होगा |  फिर एक और गिरोह है जो कहता हैं इस देश में हमको संस्कृत नहीं चाहिए | कुछ कहते है उन्हें हिंदी भी नहीं चाहिए | वास्तव में हिंदी और संस्कृत एक ही जगह से उत्पन्न हुई है | जिसको कहते है देवनागरी | क्यूंकि लिपि का नाम ही देवनागरी है क्यूंकि देवताओं के नगर से पैदा हुई | जो लोग देवताओं को नीचा दिखाना चाहते हैं, अपराधी दिखाना चाहते हैं, घटिया दिखाना चाहते हैं, अवतारों को नीच घोषित करना चाहते हैं, बकवास घोषित करना चाहते हैं। उन्हें ही हिंदी और संस्कृत से डर लगता है | इसलिए वो तमाम षड्यंत्र करके इस भाषा को ख़त्म करना चाहते हैं | इस देश में मीडिया का एक बड़ा कुनवा है जो संस्कारी लोगों को पिछड़ा, गुलाम और अंधविश्वासी दिखाना चाहता है | इसलिए वो कोई ना कोई तरीका ढूंढता रहता है उनको बदनाम करने के लिए | जैसे कि वो कहेंगे हिन्दू छोटे कपड़े का विरोध करते हैं, वे लड़की की स्वतंत्रता का विरोध करते हैं या दारू पीने का विरोध करते है | या कहेंगे हिन्दू संस्कारी लोग लड़की लड़के के साथ हाथ पकड़ कर बैठने का विरोध करते हैं | लेकिन जब उनकी अपनी बेटी पड़ोसी के लड़के के साथ हाथ पकड़ कर बैठी दिखे, तो वो खुद ही जूते लेकर पीटने दौड़ जाते है | और फिर दुनिया को ये दिखाना चाहते हैं कि वो संस्कार का विरोध नहीं करना चाहते, संस्कार को चलाने वाले हिन्दूवादी लोग हैं | इस तरह  हिन्दुओं को निशाने पर लेना चाहते हैं | इस षड्यंत्र में उनका साथ विदेशी मीडिया भी देती है | कहीं मानव अधिकार के नाम पर तो कहीं असहिष्णुता के नाम पर, ये गिरोह हिन्दुओं को बदनाम और मिटाना चाहते हैं | सच तो ये है कि उन्हें ना तो मानवता की परवाह है ना ही उनमे सहिष्णुता है | ये सब उनका पाखण्ड है | हमें उनसे डरने की कोई जरूरत नहीं है | बस हमें चाहिए के हम जग जाएं और सावधान हो जाएं | न जाने हिन्दू कहाँ डर कर छिपे हुए हैं | वे बाहर नहीं आ रहे हैं | चाहे स्वर्ण हो या कोई और हिन्दू | मिडिया और कुछ गिरोहों के षड़यंत्र से डर कर मानों किसी अँधेरी काल कोठरी में हिन्दू दुम दबाकर छुपे हुए हैं | वे किसी भी मंच से बोलते नहीं है, जबकि हिन्दू विरोधियों का पूरा अम्बार लगा रहता है | तो अब हिन्दुओं को याद करना होगा ‘मिशन कल्कि’ | क्या है ये मिशन कल्कि ? सदियों पहले ये कहा गया कि भारत में एक ऐसा समय आ जायेगा जब इस तरह के नाकारात्कमक लोग पूरी तरह से देश को और हिन्दुओं को नष्ट करने का षड्यंत्र रचेंगे | हिन्दुओं की विचार धारा, उनके मंदिरों को नष्ट करने का षड़यंत्र रचेंगे | उस समय एक नया व्यक्ति युग पुरुष पैदा होगा जिसको कल्कि कहा गया है | ये कल्कि आखिर क्या है? कल्कि एक व्यक्ति विशेष ही नहीं है ये उस व्यक्ति विशेष के द्वारा प्रचारित विचारधारा है |  वो विचार धारा क्या है? जैसे पूरी पृथ्वी पर बाकी सभ्यताओं का अधिकार है, वैसे ही हिन्दुओं को भी जीने का अधिकार है |  उन्हें भी अपनी बात रखने का अधिकार है | हम हिन्दू अपने खिलाफ कोई षड्यंत्र बर्दाश्त नहीं करेंगे | ये कार्टून हमें ये बताना चाहता है कि हमारे पास बुद्धिमत्ता और ज्ञान है उसे लेकर बाहर आना होगा | और ये जो तथाकथित कॉकरोच कीड़े मकोड़े हैं, जो गली-गली जाकर अपने को ऐसे घोषित करते हैं जैसे उन्हें कोई मार नहीं सकता, कोई उनका कुछ बिगाड़ नहीं सकता, अब उनपर अपनी बुद्धि और ज्ञान की फ़ुहार की जरूरत है ताकि इस षडयंत्रकारी गिरोहों को ख़त्म किया जा सके | उनको ये सबक सिखाया जा सके कि हमारे जीने का अधिकार, हमारी संस्कृति का अधिकार और हमारे राष्ट्र का अधिकार तुम छीन नहीं सकते | इसे कहा जाता है ‘मिशन कल्कि’ | तो मिशन कल्कि जुड़िये और जो भी हिन्दूवादी व्यक्ति हैं उन्हें मिशन कल्कि से जोड़ें और मिशन कल्कि को घर-घर पहुंचाऐं | हालांकि  मिशन कल्कि सिर्फ इतना ही नहीं है | ये तो मिशन कल्कि का एक छोटा सा बिंदु है | मिशन कल्कि तो पूरी दुनिया के लिए है | क्यूंकि हिन्दू धर्म किसी एक व्यक्ति के लिए नहीं पूरी सभ्यता के लिए है | हिन्दू धर्म ही एकमात्र वो छत्रछाया है जिसके भीतर सभी मतों को स्थान मिलता है | ये वो ज्ञान की अविरल धारा है जो सभी के लिए हितकारी है और पूरे विश्व को शांतिपूर्ण और चेतन जीवनशैली की प्रेरणा देता है  | हिन्दू संस्कृति किसी राष्ट्र विशेष के लिए नहीं बल्कि सभी राष्ट्रों के लिए है | हिन्दू संस्कृति विश्व की धरोहर है और यह मानव मात्र का दायित्व है कि इसे संजो कर रखे ताकि सभी इसका लाभ उठा सके और अपना मानव जीवन सफल बना सके |

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