हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान आम मतदाताओं के साथ 745 मनोरोगी भी मतदान करेंगे। प्रदेश निर्वाचन विभाग के आकंड़ों के अनुसार मतदाता सूची में 13677 दिव्यांग मतदाताओं के नाम शामिल हैं।दिव्यांगों में मनोरोगी भी हैं।
सबसे अधिक 402 मनोरोगी मंडी जिला में हैं। भारतीय निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत कोई भी मतदाता जो निर्धारित नियमों को पूरा करता हो, मतदाता सूची में शामिल होने से रहना नहीं चाहिए। यही कारण है कि सभी दिव्यांगों को मतदाता सूची में शामिल किया गया है।
जिला सिरमौर और शिमला में केवल एक-एक मनोरोगी मतदाता सूची में शामिल हैं। अन्य जिलों में 15 से अधिक मनोरोगियों को मतदाता सूची में शामिल किया गया है।
मतदाता सूची में दर्ज दिव्यांगों में से 8555 शारीरिक रूप से चुनौती प्राप्त जबकि दृष्टिबाधित मतदाता 1844 हैं। इन दिव्यांगों को मतदान करने में सहायता के लिए राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इसके तहत करीब 200 व्हीलचेयर उपलब्ध करवाई गई हैं।
प्रदेश में पहली बार जिन मतदान केंद्रों में दिव्यांग मतदाता हैं, उनकी सहायता के लिए एनएसएएस के स्वयंसेवी तैनात रहेंगे। प्रदेश के सभी मतदान केंद्रों में दिव्यांगों और बुजुर्ग मतदाताओं की सुविधा के लिए रैंप बनाने के साथ धरातल मंजिल पर मतदान केंद्रों को स्थापित किया गया है।
ब्रेल में पहली बार उम्मीदवारों की सूची : प्रदेश के दृष्टिबाधित मतदाताओं को पहली बार मतदान केंद्रों पर उम्मीदवारों की सूची उसी क्रम से ब्रेल में उपलब्ध करवाई जाएगी, जिस क्रम में ईवीएम में उम्मीदवारों के नाम शामिल होंगे। इस तरह की व्यवस्था उनकी सुविधा के लिए प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही दृष्टिबाधित दिव्यांगों को मतदाता स्लिप सामान्य के साथ ब्रेल में भी मतदान से दस दिन पूर्व घर पर उपलब्ध करवाई जाएगी।’