(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) :हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों में रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई है। आधा हिमाचल कट गया है। प्रदेश के आठ जिलों के कई इलाके पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए हैं। कांगड़ा के गगल में साधू और ऊना के कुरियाला में कामगार की ठंड से मौत हो गई है। मंडी के पधर के हिमरी गंगा में बर्फ में गाड़ी फिसलने से एक युवक की जान चली गई जबकि दूसरा गंभीर घायल है। लाहौल के गोंधला में महिला मंडल भवन पर हिमखंड गिरने से उसमें रह रहा दंपती और उसके दो बच्चे दब गए। उन्हें कड़ी मशक्कत से बाहर निकाल कर अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है। चंबा के तीसा के टेपा में हिमखंड गिरने से उसकी चपेट में आया एक पुल और दो घराट अनाज समेत बह गए हैं। किन्नौर के जंगी, टिंकू नाले और भगत नाले में तीन जगह हिमखंड गिरने से एनएच-5 बाधित हो गया है। डलहौजी के पुखरी में बिजली गिरने से एक व्यक्ति घायल हो गया है। ऊना के बनगढ़ में आसमानी बिजली गिरने से पोल्ट्री फार्म में आग लगने से करीब पांच हजार मुर्गें-मुर्गियां जिंदा जल गए। प्रदेश भर में पांच नेशनल हाईवे समेत 1093 छोड़ी-बड़ी सड़कें बंद हो गई हैं। राजधानी शिमला, मनाली, डलहौजी और चंबा शहर में हिमपात से दिनभर यातायात ठप रहा।मनाली-डलहौजी में हजारों सैलानी होटलों में कैद हो गए हैं। इसके अलावा रामपुर, रोहड़ू, किन्नौर, लाहौल, सराज, बरोट, पांगी-भरमौर और ऊपरी इलाके पूरी तह कट गए हैं। यहां वीरवार शाम से बिजली, पानी, दूरसंचार सेवा ठप है। राजधानी समेत अधिकतर बर्फीले इलाकों में दूध-ब्रेड, अखबार और जरूरी खाद्य वस्तुओं की सप्लाई नहीं पहुंची। प्रदेश की ऊंची चोटियों खासकर रोहतांग और शिकारी देवी में पिछले 48 घंटों में आठ फीट तक बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है। शिमला शहर में एक दशक बाद वीरवार रात को सबसे ज्यादा 36 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। मंडी के सुंदरनगर और अन्य मैदानी इलाकों में 25 साल बाद बर्फ गिरी। कुल्लू शहर में पांच और चंबा शहर में आठ साल बाद सफेद चादर बिछी। प्रदेश की 473 पेयजल स्कीमें बंद पड़ गई है। कड़ाके की ठंड में ब्लैक आउट से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। चंबा शहर के अलावा चुराह में 42 पंचायतों की साठ हजार आबादी दो दिनों से अंधेरे में रहने को मजबूर है। मंडी जिले के 133 मार्ग बंद हैं। एचआरटीसी की 41 बसें फंसी हुई हैं। कुल्लू में 200 बस रूट प्रभावित हुए हैं जबकि 40 बसें फंसी हैं। 894 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। पार्वती घाटी के साथ बंजार, सैंज, आनी, लगवैली और ऊझी घाटी के सैकड़ों गांव अंधेरे में हैं। किन्नौर के कल्पा, पूह और निचार में 107 सड़कें बंद हैं। 65 पंचायतों के हजारों लोग बिजली, पानी, सड़क से वंचित हो गए हैं। मंडी जिले में 120, किन्नौर जिले में 60, चंबा जिले में 89, सिरमौर में 58, कुल्लू में 43, रोहडू सर्किल में 25 और कांगड़ा में 5 पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में शनिवार को मौसम साफ रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 14 फरवरी तक प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया है। शुक्रवार को प्रदेश के अधिकतम और न्यूनतम तापमान में पांच से छह डिग्री की कमी दर्ज हुई। शुक्रवार को ऊना में अधिकतम तापमान 22.4, कांगड़ा में 17.1, बिलासपुर में 16.5, हमीरपुर में 16.3, सुंदरनगर में 15.9, नाहन में 15.0, सोलन में 12.0, धर्मशाला में 9.2, शिमला में 9.1, कल्पा में 4.0, डलहौजी में 3.6 और केलांग में माइनस 2.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।