(एनएलएन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ) : मंडी। पड्डल में स्थित सिद्धभद्रा मंदिर में देर रात को 1008 बत्तियों से माता भद्राकाली की महाआरती की गई। इससे पहले 41 दिन तक खड़े रहने की तपस्या के बाद शुक्रवार को महंत राजेश्वरानंद गद्दी पर विराजमान हुए। उनका श्रद्धालुओं ने गद्दी पर बैठते ही खिलों और फूलों से स्वागत किया। इसके अलावा सिद्धभद्रा मंदिर को वीरवार देर रात को 1100 दीप से जगमगाया गया। इसका दृश्य देखते ही श्रद्धालुओं का मन रोमांचित हो उठा और मंदिर में 1008 बत्तियों से मां सिद्धभद्रा की महाआरती की गई। इसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिरकत की और माता का गुणगान करके आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके अलावा शुक्रवार को मंदिर में सुबह 11 से 1 बजे तक सुंदरकांड का आयोजन किया गया। महंत राजेश्वरानंद सरस्वती 28 जुलाई से एक पांव पर खड़े होकर तपस्या में 41 दिन तक लीन रहे। मंडी में पहली बार ऐसी तपस्या आयोजित हुई है जो श्रद्धालुओं के लिए भक्तिमय को केंद्र बना हुआ था।