(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): पिछले 24 घंटों उमेश पाल हत्याकांड में में 3 बड़े खुलासे हुए हैं। 1 – प्रयागराज में उमेश की हत्या के लिए 6 नहीं 13 शूटर पहुंचे थे। इनमें 7 बैकअप में इंतजार कर रहे थे। 2 – मुस्लिम हॉस्टल में रची गई थी हत्या की साजिश। 3 – साजिश में अहम रोल अहमदाबाद के साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ का था। अशरफ बरेली जेल में बंद है। जेल से ही दोनों वॉट्सऐप कॉल के जरिए अपने गुर्गों से जुड़ते थे। प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि सदाकत को STF ने सोमवार को गोरखपुर से गिरफ्तार किया। ये नेपाल भागने की फिराक में था। सदाकत इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में अवैध रूप से रह रहा था। इसी कमरे में उमेश पाल की हत्या की साजिश रची गई।
सोमवार को पुलिस ने अतीक अहमद के ड्राइवर अरबाज को मुठभेड़ में मार गिराया है। वहीं, सदाकत खान को गिरफ्तार किया है। बाकी लोगों की तलाश कर रही है। इस बीच, अतीक की पत्नी ने इलाहाबाद जिला अदालत में याचिका लगाई है। इसमें कहा गया है कि उसके बेटों का सुराग नहीं मिल रहा है।पुलिस की अब तक की जांच में पता चला है कि 24 फरवरी को धूमनगंज शूटआउट में कुल 13 शूटर शामिल थे। पुलिस ने शाबिर नाम के एक और शूटर की पहचान की है, जो राइफल से गोलियां चला रहा था। CCTV में उसकी तस्वीर सामने आई है। STF अब उसकी भी तलाश कर रही है।
धूमनगंज थाना क्षेत्र के CCTV फुटेज खंगालने के बाद अतीक के बेटे असद, बमबाज गुड्डू मुस्लिम, गुलाम और अरबाज की पहचान की गई थी। 5वें साजिशकर्ता की पहचान सदाकत खान के रूप में की गई है। माफिया अतीक का बेटा असद शूटरों को लीड कर रहा था। 13 शूटर मारने आए थे। 6 गोली चला रहे थे, जबकि 7 बैकअप में थे।
पुलिस ने बताया, ‘शूटरों के अलावा अन्य लोग भी बैकअप के लिए लगाए गए थे। धूमनगंज भीड़भाड़ वाला एरिया होने के कारण 6 शूटर्स ने घर पर धावा बोला था। उमेश और उसके गनर पर गोलियां बरसाईं थीं। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद शूटर्स को बैकअप देने वाले भी अपने अपने वाहनों से फरार हो गए। साबिर इस साजिश और घटना में शामिल होने वाला 6वां शख्स है, जिसकी पुलिस ने पहचान कर ली है। बाकी 7 की पहचान पूछताछ के आधार पर की जा रही है।