(न्यूज़ लाइव नाऊ) वृष राशि : 64% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके कर्म भाव में रहेंगे। शनि आपके आयु भाव में स्थित रहेंगे, गुरु आपके शत्रु भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके वैवाहिक भाव में रहेंगे। शारीरिक सुख रहेगा, परंतु आर्थिक कष्ट से यह वर्ष गुजरेगा। परिवार में कष्ट रहेगा। नौकरी वालों के लिए लाभप्रद वर्ष रहेगा। व्यापारी बंधुओं को लाभ मिलेगा। बेरोजगार वालों को रोजगार के योग बनेंगे। इस वर्ष की अंतिम अवधि में दूसरों के कारण परेशानियां आ सकती है। कार्यों के प्रति आपका positive atitude (सकारात्मक दृष्टिकोण) इस अवधि की बाधाओं में कमी करेगा। इस वर्ष में स्वास्थ्य आपके अनुकूल रहेगा। विदेश स्थानों से आय के योग बनने के कारण आपके संचय में वृद्धि होगी। बढ़ते हुए पारिवारिक मतभेद भी स्वास्थ्य सुख में कमी कर सकते है। इस वर्ष में आपके स्वभाव में नम्रता की कमी रहेगी। दया का भाव भी कम होने की संभावनाएं बन रही है। व्यवसायिक क्षेत्र से जुड़े भूमि-भवन के विषय से भी लाभ मिल सकते है।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) मिथुन राशि: 73% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके धन भाव में रहेंगे। शनि आपके वैवाहिक भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके पांचवें भाव में रहेंगे। दैनिक जीवन के कार्यों को लेकर ग्रहस्थ जीवन में मनमुटाव की स्थिति बनी रहने की संभावनाएं है। माता के साथ आपके तनाव बढ़ सकते है। इस वर्ष में संतान आपके सम्मान में कमी कर सकती है। जॉब के क्षेत्र में बनी हुई बाधाएं आपके स्वभाव में अल्पकाल के लिये निराशा भाव ला सकतीं है। संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वर्ष शारीरिक कष्ट वाला रहेगा। इसके साथ ही आर्थिक कष्ट भी रहेगा। वर्ष की शुरूआत में जॉब परिवर्तन का विचार त्याग दें। लाभ क्षेत्र में अत्यधिक उतार-चढ़ाव आने के योग बन रहे है। वाणी में क्रोध का भाव आपकी मानसिक अस्थिरता को प्रभावित कर सकता है। स्वभाव में साहस के फलस्वरूप आप अपने प्रतियोगियों पर अपना प्रभाव बनाए रखने में सफल रहेंगे। वर्ष का मध्य समय आपके लाभों के अनुकुल रहेगा। इस वर्ष के अन्त में कार्यों की भाग-दौड़ के कारण आपको थकावट का अनुभव हो सकता है।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) कर्क राशि- 72% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके लगन भाव में रहेंगे। शनि आपके ऋण रोग शत्रु भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके सुख भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आफके पांचवें भाव में रहेंगे। पारिवारिक कष्ट में पत्नी पीड़ा रहेगी। कोर्ट से संबंधित मामलों में विजय प्राप्त होगी। बेरोजगार को नौकरी प्राप्त होगी। नौकरीवालों को लाभ मिलेगा। व्यापारी बंधुओं को प्रसन्नता रहेगी। इस वर्ष में शहर के आसपास के क्षेत्रों की यात्राएं व्यवसायिक सफलताएं दे सकती है. परिवार के साथ संबंध खराब हो सकते है। इसके साथ ही आत्मविश्वास की स्थिति भी आपके लिये शुभ बनी हुई है। माता के शारीरिक कष्ट बढऩे की संभावनाएं बन रही है। इसके कारण आपकी चिंताएं बढ़ सकती है। वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन लेकर चलने से कार्यों में भाग्य का सहयोग मिलना आरम्भ हो जायेगा। वर्ष के मध्य में बेवजह जोश दिखाने से बचें। अधिकारी व सहयोगियों के कारण योजनाएं समय पर पूरी हो जाएंगी। वरिष्ठजनों का अनुभव आर्थिक क्षेत्र की बाधाओं में कमी करेगा। अधिनस्थ आपकी परेशानियों का कारण बन सकते है। अशुद्ध भोजन से बचना इस वर्ष आपके लिये हितकारी रहेगा। कार्य भार अधिक होने से और पूरा आराम न मिलने से थकावट के कारण आप स्वयं को रोगी महसूस करेंगे।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) सिंह राशि: 50% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके 12वें भाव में रहेंगे। शनि आपके पंचम भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके कर्म भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके सुख भाव में रहेंगे। सिंह राशि वाले जातकों विशेषकर व्यापारी बंधुओं के लिए यह वर्ष लाभप्रद रहेगा। अपनी संगति का ध्यान रखें। मित्रों से मतभेद होने की आशंका बनती है। आर्थिक कष्ट से आप गुजरेंगे। विद्यार्थी को विद्या में बाधा आएगी। आप आर्थिक योग सुदृढ़ होने के कारण आप जोखिम वाले क्षेत्रों से भी लाभ प्राप्त करने में सफल रहेगें। पराक्रम की अधिकता से व्यवसायिक बाधाओं में कमी होगी। इस अवधिं में कार्यों हेतु की गई छोटी यात्राओं से आपको लाभ प्राप्त होंगे।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) कन्या राशि: 56% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके लाभ भाव में रहेंगे। शनि आपके सुख भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके धन भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके कर्म भाव में रहेंगे। संचय में वृद्धि इस वर्ष में मन्द गति से होगी। कोई नई साझेदारी आरंभ की जा सकती है। कन्या राशि वाले जातकों के लिए यह वर्ष शारीरिक सुख वाला रहेगा। परिवार में कलह की आशंका बनती है। शांति के प्रयास करें। माता-पिता को कष्ट रहेगा। वाहन का उपयोग सावधानी से करें। छोटी यात्राएं लाभदायक रहेगी। व्यवसायिक लाभ बाधित होकर प्राप्त होंगे। आलस्य का भाव आपके कामकाज पर असर डाल सकता है। संघर्ष, मेहनत करते रहने से लाभ प्राप्ति के योग बन रहे हैं। भूमि से संबंधित कार्यों में लाभ प्राप्त होगा।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) तुला राशि: 52% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके सुख भाव में रहेंगे, शनि आपके कर्म भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके लग्न भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके धन भाव में रहेंगे। ऋण प्राप्ति से धन संबंधित योजनाएं पूरी होगी। यह वर्ष आर्थिक लाभ वाला रहेगा। शारीरिक कष्ट रहेगा, साथ ही लाभ भी मिलेगा। संतान की उन्नति होगी। नौकरी वालों को लाभ मिलेगा। विशेषकर माता-पिता और भाई को कष्ट रहेगा। उच्चपद पाने के लिये आप अपने संबन्धों का लाभ उठा सकते है। इस वर्ष में आपको वरिष्टजनों के अनुभव का लाभ नहीं मिल पाएगा। कुछ योजनाओं में घाटा भी सहना पड़ सकता है। प्रकृति में बदलाव आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) वृश्चिक राशि: 71% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके कर्म भाव में रहेंगे। शनि आपके धन भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके 12वें भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके लग्न भाव में रहेंगे। वर्ष के मध्य समय में स्वयं को चिन्तामुक्त रखने का प्रयास करें। मनोबल में कमी को दूर करने से सफलता के मार्ग की बाधाओं में कमी होगी। यह वर्ष भाई-बहनों के सुख वाला रहेगा। स्वास्थ्य सामान्य बना रहेगा। व्यापारी बंधुओं और नौकरी वालों को इस वर्ष लाभ मिलेगा, परंतु आर्थिक कष्ट रहेगा। इस वर्ष में अधिक साहस करने से आप अपने शत्रुओं को परास्त करने में सफल रहेंगे।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) धनु राशी: 55% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके धन भाव में रहेंगे। शनि आपके लग्न भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके लाभ भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके 12वें भाव में रहेंगे। प्रेम संबंधों को विवाह सूत्र में बदलने के लिये समय अभी अनुकूल नहीं है। प्रेम विषयों के कारण आपके व्ययों का विस्तार होगा। व्यवसायिक क्षेत्रों से संबंधित कोर्ट कचहरी मामले लम्बे खींच सकते है। व्ययों पर नियन्त्रण रहने से भी आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। माता के स्वास्थ्य में कमी को अनदेखा करने से बचें। माता पिता के स्वास्थ्य को लेकर आपको परेशानी हो सकती है।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) मकर राशि: 60 % भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके लगन भाव में रहेंगे। शनि आपके 10वें भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके 10वें भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके लाभ भाव में रहेंगे। नौकरीपेशा वर्ग के लिए यह वर्ष लाभ वाला रहेगा। व्यापारिक बंधु लाभ मिलने से प्रसन्न रहेंगे। पारिवारिक कष्ट से गुजरेंगे। विशेषकर पत्नी पीड़ा रहेगी। स्वयं के शरीर का भी ध्यान रखें। पिता से चल रहे विवाद गंभीर रूप न लें, इसका ध्यान रखें। अपनी जिम्मेदारियों में कमी करना स्वास्थ्य के पक्ष से आपको राहत दे सकता है। इस समय में आपकी आशा के विपरित कार्य बनते-बनते रुक सकते है। आप अपने उत्साह, जोश और होश से बाधाओं को पार कर लेंगे। आपको अपने जीवन साथी पर विश्वास करने में अधिक समय लगेगा। आय क्षेत्र में बाधाएं आ सकती है। वर्ष के मध्य भाग में जीवन साथी का सहयोग प्राप्त हो सकता है। इस वर्ष के अंतिम भाग में परिवार में कोई शुभ उत्सव संपन्न होने की संभावनाएं बन रही है।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) कुंभ राशि: 64% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर आपके 12वें भाव में रहेंगे। शनि आपके लाभ भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके भाग्य भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके 10वें भाव में रहेंगे। कुंभ राशि वालों के लिए यह वर्ष शारीरिक सुख वाला रहेगा। व्यापारी की व्यापार संबंधी यात्रा होगी। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। पत्नी को पीड़ा रहेगी। पारिवारिक सदस्यों पर विशेष ध्यान रखें। आपमें आत्मविश्वास की स्थिति इस समय में सराहनीय बनी हुई है। फिर भी मन में उन्नति को लेकर किसी भी प्रकार की शंका को पनपने न दे। इस वर्ष में कार्यक्षेत्र में चोरी, धोखों और मतभेदों से बच कर आप हानियों से बचेंगे। शीघ्र लाभ कमाने का प्रयास कर सकते हैं। कम दामों के लालच में कोई घटिया चीज न खरीदें। किसी कार्य को अधूरा ना छोड़ें।
(न्यूज़ लाइव नाऊ) मीन राशि: 65% भाग्य लाभ-राहु और केतु वर्ष भर लाभ भाव में रहेंगे। शनि आपके 10वें भाव में स्थित रहेंगे। गुरु आपके आयु भाव में रहेंगे। अक्टूबर के बाद आपके 9वें भाव में रहेंगे। मीन राशि वाले जातकों के लिए यह वर्ष आर्थिक लाभ वाला रहेगा। साथ ही शारीरिक लाभ भी प्राप्त होगा। आपके विरोधी आपसे पराजित होंगे। संतान और माता-पिता को कष्ट रहेगा। संतान की संगति का ध्यान रखें। वैवाहिक जीवन में शक व अविश्वास का भाव आ सकता है। ग्रहस्थ जीवन के सुखों को बनाए रखने के लिये आप शीघ्र जीवन साथी का पूर्ण वैवाहिक जीवन में शक व अविश्वास का भाव आ सकता है। ग्रहस्थ जीवन के सुखों को बनाए रखने के लिये आप शीघ्र जीवन साथी का पूर्ण विश्वास जीतने का प्रयास करें। आमदनी को बढ़ाने के लिए आप योजनाओं का कार्य समय पर पूरा करने का प्रयास करें।