कैबिनेट में फेरबदल से बीती रात को ही इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है. कल रात पीएम मोदी और अमित शाह की मैराथन बैठक के बाद राजीव प्रताप रूडी, उमा भारती, फग्गन सिंह कुलस्ते, संजीव बालियान, महेंद्र नाथ पांडे ने इस्तीफा दे दिया. संकेत साफ हैं मंत्रिमंडल से इनकी विदाई हो रही है. केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बंडारू दत्तात्रेय का भी पत्ता साफ हो गया है. इन्होंने भी शुक्रवार शाम मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया है.
सूत्रों के मुताबिक रविवार को सुबह 10 बजे मोदी कैबिनेट में फेरबदल होने वाला है. गुरुवार रात इस पर पीएम मोदी और अमित शाह के बीच मैराथन बैठक में सभी मंत्रियों के कामकाज और परफॉर्मेंस पर बात हुई. मीटिंग के बाद थोक भाव से इस्तीफे शुरू हो गए.
1. राजीव प्रताप रूडी
2. संजीव बाल्यान
3. महेंद्र नाथ पांडेय
4. बंडारू दत्तात्रेय
5. उमा भारती
उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे मंत्री होंगे आउट
आजतक ने अपनी पड़ताल में मंत्रिमंडल में बदलाव की इनसाइड स्टोरी का खुलासा किया है. मोदी सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री राजीव प्रताप रूडी को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया गया, क्योंकि कौशल विकास मंत्रालय के नतीजों से प्रधानमंत्री बहुत ख़ुश नहीं थे. रोज़गार को लेकर विपक्ष कई बार हमले कर चुका है.
प्रधानमंत्री जल और गंगा मंत्रालय की मंत्री उमा भारती के सफलता ग्राफ से भी नाख़ुश थे. पिछले तीन साल में गंगा सफ़ाई पर सिर्फ़ नाममात्र के ही काम हुए थे. उमा भारती के साथ ही जूनियर मंत्री संजीव बाल्यान को भी मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है जबकि वो पिछले एक साल से सिर्फ़ इसी मंत्रालय का काम देख रहे थे. मोदी सरकार में स्वास्थ्य राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते की संसद में मौजूदगी और पार्टी के संगठन कार्यक्रमों में ना के बराबर हाज़िरी होने से भी अमित शाह और प्रधानमंत्री नाराज बताए जा रहे थे.
इन मंत्रियों के बदले जा सकते हैं मंत्रालय
राधामोहन सिंह को भी कृषि मंत्रालय से हटाकर दूसरा मंत्रालय दिया जा सकता है. मेनका गांधी को भी महिला कल्याण मंत्रालय से हटाकर किसी दूसरे विभाग में भेजा जा सकता है. रेल मंत्री सुरेश प्रभु को पर्यावरण मंत्रालय भेजा जा सकता है, जबकि रेलवे और भूतल परिवहन को मंत्रालय एक कर नितिन गडकरी को इसका मंत्री बनाया जा सकता है. जानकारी के मुताबिक कलराज मिश्रा को 75 साल से ज़्यादा उम्रदराज होने की वजह से मंत्रिमंडल से हटाया जाएगा.
ये तीनों मंत्री प्रमोशन के कतार में
खबर ये भी है कि प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल और धमेंद्र प्रधान को अच्छे काम के बदले इनाम के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है, बताया जा रहा है कि इनके काम से पीएम मोदी काफी खुश हैं. फिलहाल जावड़ेकर के पास मानव संसाधन मंत्रालय, धर्मेंद्र प्रधान के पास पेट्रोलियम मंत्रालय और पीयूष गोयल के पास ऊर्जा मंत्रालय का जिम्मा है.
इन चेहरों दांव लगाने की तैयारी
मोदी मंत्रिमंडल में जिन नए चेहरों को जगह मिल सकती हैं उनमें 5 नाम सामने आ रहे हैं. ये नाम हैं- विनय सहस्त्रबुद्धे, प्रह्लाद पटेल, ओम माथुर, प्रह्लाद जोशी और सत्यपाल सिंह. साथ ही एनडीए में फिर से शामिल हुए जेडीयू को भी जगह मिलना तय है.
PMO के ऑडिट के बाद फैसला
दरअसल कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने सभी मंत्रियों के कामकाज का ऑडिट किया था, सभी मंत्रियों का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया गया था. इस रिपोर्ट में मंत्रालय से जुड़ी योजनाओं को लागू करने से लेकर पार्टी की जिम्मेदारियों का लेखा जोखा है. ऑडिट के आधार पर ही कैबिनेट फेरबदल का फैसला लिया जा रहा है.