(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): दिल्ली नगर निगम को आज मेयर मिलने वाला था, लेकिन आम आदमी पार्टी (AAP) और भाजपा (BJP) के पार्षदों के बीच मारपीट और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा। अब मेयर का चुनाव अगली सदन की बैठक में होगा, जिसकी तारीख उपराज्यपाल तय करेंगे। आप विधायक दुर्गश पाठक ने कहा कि एमसीडी के इतिहास में आज तक कभी नॉमिनेटेड पार्षद की पहले शपथ और वोटिंग नहीं हुई है। भाजपा वालों तुम्हारी गुंडागर्दी नहीं होने देंगे। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एमसीडी के इतिहास में आज तक कभी सदन में नॉमिनेटेड पार्षद ने वोट नहीं डाली। भाजपा बेईमानी से एमसीडी में कब्जा करना चाहती है। बीजेपी वालों तुम्हारी गुंडागर्दी नहीं चलने देंगे।
सिविक सेंटर में पहले पीठासीन अधिकारी, भाजपा पार्षद सत्या शर्मा को एमसीडी मेयर और डिप्टी मेयर के पदों के चुनाव के लिए शपथ दिलाई गई। इसके बाद आप पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। सत्या शर्मा ने फिर उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा मनोनीत सदस्य को शपथ दिलाने का सिलसिला शुरू हो गया। पहले मनोनीत सदस्य मनोज कुमार को शपथ लेने के लिए आमंत्रित करने के बाद आप विधायक और पार्षदों ने विरोध करना शुरू कर दिया। कई लोग नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में पहुंच गए।
हंगामे के बीच चार मनोनीत सदस्यों विनोद सहरावत, लक्ष्मण आर्य, मुकेश मान और सुनीत चौहान ने शपथ ली। हंगामे के दौरान आप पार्षद टेबल पर खड़े हो गए, वो पीठासीन अधिकारी के पास पहुंचकर हंगामा करने लगे। इस दौरान शपथ ग्रहण रोक दिया गया और बैठक बाधित हो गई।
भाजपा नेता आदेश गुप्ता ने कहा कि अराजकता आप की मानसिकता में निहित हो चुकी है! आज सदन में गुंडागर्दी और मारपीट करके लोकतंत्र का खिलवाड़ करने का कुकर्म जो आप के गुंडों ने किया है, यह इनकी नैतिक स्तर पर हार है।
महापौर के चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 250 निर्वाचित पार्षद, सात लोकसभा और दिल्ली के तीन राज्यसभा सांसद और 14 विधायक शामिल हैं। दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में आप के 13 और भाजपा के एक सदस्य को मनोनीत किया है।