एक्सपायर्ड दवाओं की दोबारा लेबलिंग करके बेचती थी एजेंसी, छापेमारी में हुआ खुलासा

अहमदाबाद के एक होलसेलर के पास से एक्सपायरी डेट के ऐसे इंजेक्शन मिले हैं जिन्हे नई छाप के साथ बदल कर बेचा जाता था। इस एजेंसी पर खाद्य एवं औषधि विभाग ने FIR दर्ज करवाई है। छापेमारी में पता चला है कि 'स्कर्वी' बीमारी में इस्तेमाल होने वाले स्कॉर्बिन्ट-सी इंजेक्शन को फिर से लेबल करके बेचा जा रहा था।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): अहमदाबाद के एक होलसेलर के पास से एक्सपायरी डेट के ऐसे इंजेक्शन मिले हैं जिन्हे नई छाप के साथ बदल कर बेचा जाता था। इस एजेंसी पर खाद्य एवं औषधि विभाग ने FIR दर्ज करवाई है। छापेमारी में पता चला है कि ‘स्कर्वी’ बीमारी में इस्तेमाल होने वाले स्कॉर्बिन्ट-सी इंजेक्शन को फिर से लेबल करके बेचा जा रहा था। इस कांड में शामिल तेजेंद्र महेशभाई ठक्कर और स्वप्नील पुजारा के खिलाफ गहन जांच की जा रही है। इस मामले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन आयुक्त डॉ. एच.जी. कोशिया ने कहा कि जनस्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन आयुक्त कोशिया ने कहा कि पब्लिक हेल्थ के साथ छेड़छाड़ करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए सघन अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके तहत राज्य खाद्य और औषधि प्राधिकरण ने ‘स्कर्वी’ रोग में इस्तेमाल किए जाने वाले स्कॉर्बिन्ट-सी इंजेक्शन पर रीलेबलिंग करके एक्सपायर्ड दवाएं बेचने वाली इकाइयों/व्यक्तियों पर छापा मारा गया। रीलेबलिंग के काम में शामिल तेजेंद्र महेशभाई ठक्कर और पुजारा स्वप्निल महेशभाई का नाम सामने आया है।
.
इस जांच में अधिकारी से 444 नशीले पदार्थों की संदिग्ध बिक्री किये जाने के कारण की पूछताछ की गई थी। पूछताछ के दौरान तेजेंद्र महेशभाई ठक्कर ने बताया कि उन्होंने असली एक्सपायरी डेट 03/2023 और बैच नं- NL21036 को अपने कंप्यूटर से नई एक्सपायरी डेट 09/2023 और बैच नं- NB21-07A के साथ बदल दिया था और दवा का नाम, बैच नंबर, उत्पादन डेट, दवा की शीशी से एक्सपारी डेट और निर्माता के नाम जैसे सभी विवरण लेबल से हटा दिए गए थे। ये पांच एक्सपायर्ड इंजेक्शन, युनाइटेड इंटरप्राइजेज, एलिसब्रिज, अहमदाबाद डेट 22/05/2023 चालान संख्या- 23/SZ-002397 से बेचे गए।

इस बारे में कोशिया ने बताया कि प्राप्त सूचना के आधार पर सिस्टम द्वारा 02 जून को अमराईवाड़ी, अहमदाबाद में महादेव एजेंसी ने जांच कराई। SCORBINT-C INJECTION, B. NO. NL21036, जिसकी ऍक्स्पायरी डेट 03/2023 थी और निक्सी लैबोरेटरीज प्रा. लिमिटेड द्वारा निर्मित है। इस दवा की खरीद बिक्री के बारे में पूछताछ करने पर तेजेंद्र महेशभाई ठक्कर ने बताया कि इंटीग्रिटी फार्मास्युटिकल, इनवॉइस नं- 0000103, 0000142, 0000406, 0000532, 0000705 समय-समय पर SCORBINT-C INJECTION ले रहे थे और बेच रहे थे।

crimepolice