न्यूज़लाइवनाउ – हमास-इजरायल युद्ध के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इजरायल को चेतावनी दी है और संयम बरतने की अपील की है.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि इजरायल को गाजा में हमले के बीच मानवीय पहलूओं को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है. उन्होंने कहा, “अगर इजरायल युद्ध में गाजा के नागरिकों के मानवीय पहलू को नजरअंदाज करता है तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.” ओबामा ने कहा, “अगर इजरायल गाजा पर हमले जारी रखता है तो वैश्विक स्तर पर उसका समर्थन कमजोर पड़ेगा, जिसका इस्तेमाल दुश्मन देश अपने पक्ष में माहौल तैयार करने के लिए कर सकते हैं.”
एक बयान में उन्होंने कहा, ”गाजा पर बमबारी की वजह से पहले ही हजारों फलस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिसमें कई बच्चे भी शामिल हैं. सैकड़ों हजारों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा है.”
दीर्घकालिक प्रयास कमजोर पड़ जाएंगे
ओबामा ने कहा, “गाजा में नागरिकों के लिए भोजन, पानी और बिजली में कटौती करने के इजरायली सरकार के फैसले से न केवल मानवीय संकट का खतरा है, बल्कि यह भविष्य पीढ़ियों के लिए फलस्तीनी नागरिकों के रवैये को और भी सख्त कर सकता है.” उन्होंने कहा, “गाजा पर हमले के बाद इजरायल के लिए इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता हासिल करने के दीर्घकालिक प्रयास कमजोर पड़ जाएंगे.”
उन्होंने कहा, “युद्ध हमेशा दुखद होता है.यहां तक की सैन्य अभियान भी नागरिकों को जोखिम में डालते हैं, चाहे अभियान को कितने ही नियोजित या सावधानी से क्यों किया जाए. हाल ही में राष्ट्रपति बाइडेन ने इजरायली दौरे के दौरान कहा था कि युद्ध में शामिल होने पर अमेरिका कई बार हमारे उच्च मूल्यों से पीछे हट गया है. 9/11 हमले के बाद अमेरिकी सरकार हमारी सहयोगियों की सलाह पर भी ध्यान देने में दिलचस्पी नहीं ले रही थी और अल-कायदा को खत्म करने में लगी थी.
हमास का नाम ओ निशां मिटा दिया जाए
उन्होंने कहा, अब हमास की ओर से इजरायल पर हमले के बाद इजरायली नागरिक चाहते हैं कि हमास का नाम ओ निशां मिटा दिया जाए ताकि फिर कभी ऐसे हमले न हों. इसके अलावा हमास के सैन्य अभियान गाजा के भीतर गहराई से शामिल हैं और इसका नेतृत्व जानबूझकर नागरिकों के बीच छिपता हुआ दिखता है,जिससे उन लोगों को खतरा होता है जिनका वे प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हैं.
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