न्यूज़लाइवनाउ – पूर्व इसरो चीफ के अनुसार Chandrayaan-3 Mission से भविष्य में योजना बनाने में फायदा मिलेगा. 23 अगस्त 2023 भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिग की थी.
भारत ने 23 अगस्त 2023 को चांद के दक्षिणी ध्रुव चंद्रयान-3 के सफल लैंडिंग के साथ ही इतिहास रच दिया था. अब चांद पर सफल लैंडिंग करने वाले लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर को लेकर इसरो के पूर्व अध्यक्ष एएस किरण ने बड़ी बात कही है. इसरो के पूर्व अध्यक्ष एएस किरण ने चंद्रयान-3 मिशन के अंत के संकेत देते हुए दावा किया कि विक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान के अब दोबारा सक्रिय होने की कोई उम्मीद नहीं है. पिछले दिनों इसरो ने चांद पर भेजे अपने लैंडर और रोवर से संपर्क साधने की कोशिश की थी.
‘रोवर और लैंडर के सक्रिय होने की उम्मीद?’
चंद्रयान-3 मिशन से जुड़े रहे पूर्व इसरो चीफ ने कहा, ‘प्रज्ञान रोवर और लैंडर विक्रम के फिर से सक्रिय होने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं है, क्योंकि उसे सक्रिय होना होता तो अब तक हो चुका होता.’
चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के एक महीने बाद 22 सितंबर को चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर से संपर्क साधन की कोशिश की, लेकिन उन्हें अभी तक कोई भी संकेत नहीं मिले.
पूर्व इसरो चीफ एएस किरण ने आगे कहा, “इस मिशन में हमने जो हासिल किया है, वो ये है कि हम एक ऐसे क्षेत्र (दक्षिणी ध्रुव) पर पहुंच गए हैं, जहां कोई भी नहीं पहुंच पाया है. वास्तव में ये बहुत उपयोगी जानकारी है. चंद्रयान-3 की सफलता के बाद आगे जो भी मिशन होंगे, उसकी योजना बनाने में इससे बहुत मदद मिलेगी.:”
इसरो के पूर्व चीफ ने चांद से नमूना लाए जाने को लेकर मिशन शुरू करने की बात की, लेकिन इसके लिए कोई समय सीमा नहीं दी. पूर्व इसरो चीफ ने आगे कहा, ”इसरो ने चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की उपलब्धि हासिल की है. अब निश्चित तौर पर वो मिशन भी होंगे, जब भविष्य में वहां से सामान उठाए जाएंगे और वापस लाए जाएंगे. आगे इसे लेकर कई तरह की योजनाएं बनाई जाएंगी.”