गुजरात पर भारी पड़ी चक्रवात वाली रात, 40 की रफ्तार से गुजरात के तट से टकराया ‘बिपरजॉय’

गुजरात पर गुरुवार की रात बहुत भारी पड़ने लगी है। अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात के तट से टकरा गया है और इस दौरान इसकी रफ्तार 140 किमी प्रति घंटा तक रही है।

(एन एल एन मीडिया – न्यूज़ लाइव नाऊ): गुजरात पर गुरुवार की रात बहुत भारी पड़ने लगी है। अरब सागर में छह जून से सक्रिय हो रहे प्रचंड चक्रवात के देर रात कच्छ एवं सौराष्ट्र तट से 115 से 140 किमी प्रति घंटे के वेग से टकराने के साथ ही तबाही शुरू हो गई। लैंडफॉल के वक्त 125 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चली हैं। गुजरात सरकार ने तटीय इलाकों के 10 किमी. के दायरे से 74 हजार से ज्यादा लोगों को निकालकर अस्थायी शिविरों में भेजा है। गुजरात के 8 जिलों में सेना, एयरफोर्स, नेवी, कोस्टगार्ड, NDRF, SDRF तैनात कर दिया गया है। वहीं अलग-अलग राज्यों में NDRF की 42 टीम तैनात की गई है। इस चक्रवाती तूफान को लेकर पीएमओ भी काफी एक्टिव है। पल-पल का अपडेट पीएम मोदी खुद ले रहे हैं। दिल्ली से लेकर गांधीनगर तक सभी एजेंसियां हाईअलर्ट पर हैं।

तेज आंधी में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ने लगे।जोरों की वर्षा एवं ऊंची-ऊंची लहरों से स्थिति बहुत भयावह हो गई।कुछ जगहों पर नौ-नौ मीटर तक लहरें उठ रही थीं।तबाही का खेल कई घंटे तक जारी रहा।सबसे ज्यादा मांडवी, कच्छ, द्वारका, मोरबी, जूनागढ़ एवं जामनगर जिले के तटीय क्षेत्रों में ऊंची लहरें उठ रहीं हैं।द्वारका समेत कई जिलों में तेज हवा के साथ वर्षा जारी है। क्षति का आकलन तभी हो पाएगा, जब ज्वार उतर जाएगा। लहरें, वर्षा और हवा थम जाएंगी। देर रात तक हवा की गति भी सुस्त नहीं पड़ी है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) की चेतावनी चार-पांच दिन पहले से ही आ रही थी। इसके चलते बचाव एवं राहत की तैयारी पहले कर ली गई थी। सावधानी बरतते हुए तटीय इलाकों से एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुंचा दिया गया था। साथ ही पोर्ट बंद कर दिए गए थे। हवाई उड़ान एवं ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था। तटीय भागों में अतिरिक्त सावधानी अगर नहीं बरती जाती तो बेहिसाब बर्बादी हो सकती थी।

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