न्यूज़लाइवनाउ – ईपीएफओ का कहना है कि साल 2019 में इसे सुधार करने के लिए प्रस्ताव दिया गया था. हालांकि इसपर कुछ सुनवाई नहीं हुई. आईटी सिस्टम में दिक्कतों की वजह से मैन्युअल जानकारी अपडेट करनी पड़ रही है. अधिकारियों का कहना है कि पुरानी आईटी सिस्टम देरी के लिए जिम्मेदार है.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पीएफ क्लेम सेटलमेंट में देरी होने के पीछे चौंकाने वाली वजह बताई है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि काम का दबाव बढ़ गया है, क्योंकि सॉफ्टवेयर अपडेशन के कारण कई तरह की दिक्कतें आ रही है, जिस कारण मैन्युअल काम करना पड़ रहा है. ऐसे में अधिकारियों पर काम का दबाव पहले से ज्यादा हुआ है और क्लेम सेटलमेंट को लेकर देरी हो रही है.
हिंदुस्तार टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सीनियर अधिकारी ने कहा कि पहले क्लेम सेटलमेंट के लिए 30 दिन का समय होता था, लेकिन अब सिर्फ 20 दिन का वक्त है. वहीं आईटी सिस्टम में दिक्कतों की वजह से मैन्युअल जानकारी अपडेट करनी पड़ रही है. अधिकारियों का कहना है कि पुरानी आईटी सिस्टम देरी के लिए जिम्मेदार है.
ईपीएफओ का 71वां स्थापना दिवस 1 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा. इससे पहले कर्मचारी भविष्य निधि अधिकारी संघ ने सरकार को एक पत्र लिखा है. हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, पत्र में लिखा है कि बिना बेहतर सॉफ्टवेयर के क्लेम रिजेक्शन रेशियों को कम नहीं किया जा सकता है. ईपीएफओ मौजूदा समय में सॉफ्टवेयर जीआईजीओ पर काम कर रहा है.
27.7 करोड़ से अधिक खातें हैं
तीन अक्टूबर को ईपीएफओ ने कहा कि हमारा वर्तमान एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर 2008 विंटेज का है, जिसके तहत कुछ स्टैंडर्ड सॉफ्टवेयर विंडोज विस्टा 2008, आईओएस 3 और एंड्रॉइड वेरिएंट 1 लिस्टेड हैं. ईपीएफओ का कहना है कि साल 2019 में इसे सुधार करने के लिए प्रस्ताव दिया गया था. हालांकि इसपर कुछ सुनवाई नहीं हुई.
बता दें कि पिछले कुछ सालों में ईपीएफओ महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर बुनियादी ढांचे की समस्याओं से जूझ रहा है, पिछले दो से तीन साल में स्थिति काफी खराब हो गई है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के तहत 27.7 करोड़ से अधिक खातें हैं और करीब 20 लाख करोड़ रुपये का फंड जमा है. यह दुनिया का सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा संगठन है.
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